रायपुर, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन प्रहार में सोमवार 26 नवम्बर को दर्जनों नक्सलियों के मारे जाने का दावा डीजी नक्सल डीएम अवस्थी ने किया है। अवस्थी ने रायपुर में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सुरक्षा बलों की टीम ने सर्चिंग के दौरान 9 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं। इस अभियान में सुरक्षा बल के दो जवान शहीद हुए हैं। सभी शवों को सुरक्षा बल ने बरामद कर लिया है। मारे गए दर्जनों नक्सलियों में 9 के ही शव बरामद किए गए हैं। घटना स्थल पर सर्चिंग जारी है।
डीजी नक्सल अवस्थी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक सुकमा अभिषेक मीणा के नेतृत्व में एसटीएफ , डीआरजी और कोबरा बटालियन की संयुक्त टुकड़ी ने ऑपरेशन प्रहार-4 लांच किया था, जिसमें एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की दो टीम, डीआरजी (जिला पुलिस बल) सुकमा की 10 टीम और कोबरा बटालियन की चार टीमों को मिलाकर लगभग 12 सौ जवानों ने हिस्सा लिया। इनके साथ तेलंगाना के 150 जवान भी थे। यह अभियान माओवादियों ने बटालियन नंबर-1 के कोर क्षेत्र साकलेर, टोण्डामरका और सालेतोंग में चलाया गया था, जो कि सुकमा जिला मुख्यालय से लगभग 150 किलोमीटर दूर जिला सुकमा, बीजापुर और जिला कोत्तागुड़ेम तेलंगाना के ट्राई जंक्शन पर स्थित है।
डीजी ने बताया कि यह क्षेत्र अत्यंत दुर्गम और माओवादियों के मिलिट्री बटालियन नंबर-1 का सबसे मजबूत गढ़ है। यह इस ऑपरेशन प्रहार-4 के अंतर्गत 26 नवम्बर की सुबह 9:40 बजे से सुकमा की दो डीआईजी टीम से माओवादियों की मुठभेड़ प्रारंभ हुई और यह मुठभेड़ लगभग डेढ़ घंटे से अधिक समय तक जारी रही। अब तक की प्राप्त सूचना के आधार पर इस भीषण गोलाबारी में दर्जनों माओवादियों के मारे जाने की सूचना है। सुरक्षाबलों ने अब तक 9 माओवादियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इसके अलावा एक एसएलआर बोल्ट एक्शन गन, प्वाइंट 315 बोर राइफल सहित कुल 10 हथियार आईईडी और अन्य सामग्री बरामद की है। क्षेत्र की सर्चिंग जारी है तथा अन्य छिपे हुए माओवादियों के विरुद्ध भी सुरक्षाबलों को जंगल में उतारा गया है। इस ऑपरेशन में सुकमा के दो जवान डे ड्रामा और माधवी जोबा अत्यंत बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों जिला सुकमा बीजापुर नारायणपुर के सुदूर अत्यंत संवेदनशील और ध्रुव इलाकों में पिछले 2 वर्षों से माओवादियों के विरुद्ध व्यापक अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में यह ऑपरेशन प्रहार-4 लॉन्च किया गया।