मास्को : रूस से टकराव बढ़ने के बीच यूक्रेन की संसद ने सोमवार को देश के सीमावर्ती इलाकों में मार्शल लॉ लगाने को मंजूरी दे दी। यूक्रेन ने यह कदम ऐसे समय उठाया, जिससे पहले उसके तीन जहाजों और 23 नौसैनिकों को रूस ने पकड़कर अपने कब्जे में ले लिया।
रूस के सरकारी टेलीविजन चैनलों पर समुद्र में टकराव को लेकर मॉस्को के कीव के तीन जहाजों को जब्त कर लेने के बाद बंधक बनाए गए यूक्रेनी नाविकों की तस्वीरें प्रसारित की गईं। इस मामले में गहन चर्चा के बाद 276 सांसदों ने 30 दिन के लिये सीमावर्ती क्षेत्रों में मार्शल लॉ लगाने के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको के प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया।
यूक्रेनी सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है और बंधक बनाए गए नाविकों की कई तस्वीरें रूस के सरकारी चैनल रोसिया 24 पर प्रसारित की गईं, जिसमें मॉस्को की सुरक्षा सेवा के अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं।
एक समय में नाविकों में से एक को यह कहते सुना जा रहा है कि ‘कर्च जलडमरूमध्य में यूक्रेन के सशस्त्र जहाजों की कार्रवाई उकसाने वाली प्रकृति की है।’ इस घटना से सैन्य गतिविधियां बढ़ने का डर पैदा हो गया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक बुलाई गई जिसमें अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने रूस को गैर कानूनी कार्रवाई के लिये चेतावनी दी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भी घटना का आकलन किया। ट्रंप ने वाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘जो कुछ भी हो रहा है हम उसे पसंद नहीं करते हैं और उम्मीद है कि सबकुछ ठीक हो जाएगा।
मुझे मालूम है कि यूरोप को भी अच्छा नहीं लग रहा है। वे भी इसपर काम कर रहे हैं। हम भी इसपर साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’ यह टकराव रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष में ताजा खतरनाक घटनाक्रम है।