रायपुर, छत्तीसगढ़ विधानसीा में नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंहदेव ने प्रदेश में मतदान के पश्चात स्ट्रांग रूम में रखे ईवीएम मशीनों की सुरक्षा पर लगातार सेंधमारी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुये, कड़ा ऐतराज किया है एवं राज्य सरकार व प्रशासन की भूमिका पर भी सवालिया निशान उठाया है।
उन्होंने कहा है कि निर्वाचन संहिता के अनुसार इलेक्ट्रानिक उपकरण स्ट्रांग रूम के आस-पास पूर्णतः प्रतिबंधित है, बावजूद इसके लगातार ऐसी घटनाएं प्रकाश में आ रही है, जो कि प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रही है। दिनांक 27 नवंबर 2018 को धमतरी को लाईवलीहुड कॉलेज स्थित स्ट्रांग रूम में एक जिम्मेदारी अधिकारी चार लोगो के साथ लैपटॉप व अन्य उपकरण के साथ लगभग तीन घंण्टे तक नियम विरूद्ध तरीके से रहे। आश्चर्य व अत्यंत खेद का विषय है कि, प्रशासनिक व जिम्मेदार अधिकारी के साथ कुछ लोग लैपटॉप इत्यादि लेकर स्ट्रांग रूम में ईवीएम तक पहुंच गये थे। इसी प्रकार बलौदाबाजार जिले में भी स्ट्रांग रूम की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाया गया है। बलौदाबाजार के स्ट्रांग रूम के पीछे के हिस्से में संदिग्धों की आवाजाही देखी गई। ऐसी शिकायते प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से प्राप्त हो रही है।
इसी क्रम में दिनांक 04.12.2018 को बेमेतरा जिलान्तर्गत स्ट्रांग रूम परिसर में बीएसएफ के एक जवान को लैपटॉप का उपयोग करते पाया गया, जबकि उक्त क्षेत्र में किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रानिक उपकरणों के इस्तेमाल पर पूर्णतः प्रतिबंध है। अतएव ऐसे दोषी जवान को तत्काल निलंबित कर वहां से हटाया जावे उसके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही हो।
विधानसभा नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव ने कहा है कि धमतरी, बेमेतरा व अन्य जगहों पर हुई ऐसी घटनाओं को निर्वाचन आयोग एवं राज्य सरकार गंभीरता से लेते हुये तत्काल जांच एवं कार्यवाही करे।