पीएम केयर्स फंड के ऑडिट की मांग एजेएल के खिलाफ़ ईडी की कार्रवाई से उपजी खिसियाहट का परिचायक : भाजपा

उपासने का सवाल : जमानत पर घूम रहे राहुल बताएँ, इनकम टैक्स रिटर्न में अपना पद और अपनी आय क्यों नहीं दर्शाई?

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा पीएम केयर्स फंड के ऑडिट की मांग को एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) के खिलाफ़ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई से उपजी खिसियाहट का परिचायक बताया है। श्री उपासने ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस की प्रकाशन संस्था एजेएल और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा की 16.38 करोड़ रुपए की संपत्ति ईडी द्वारा कुर्क कर लिए की कार्रवाई से बौखलाकर कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अब पीएम केयर्स फंड की पारदर्शिता पर सवाल खड़ा कर दबाव बनाने के ओछे हथकंडे पर उतर आए हैं।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री उपासने ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने पीएम केयर्स की प्रामाणिकता पर सवाल खड़ा करके अपनी राजनीतिक अज्ञानता का ही परिचय दे रहे हैं। प्रधानमंत्री की देखरेख में कोरोना संकट से निपटने के लिए स्थापित पीएम केयर्स फंड को लेकर सुप्रीम कोर्ट में करारी शिकस्त खाने के बाद भी कांग्रेस नेता प्रलाप का यह नया बेसुरा राग एजेएल पर हुई कार्रवाई की तिलमिलाहट में आलाप रहे हैं। कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका वाड्रा समेत तमाम कांग्रेस नेता शायद यह भूल रहे हैं कि शीशे के घर में बैठकर वे दूसरों के घरों पर पत्थर उछालने का काम कर रहे हैं।

श्री उपासने ने कहा कि गांधी खानदान अपने शासनकाल में किए गए घोटालों पर हो रही कार्रवाई को भले ही राजनीतिक मुद्दा बनाए, लेकिन अपने देश की जनता के गाढ़े पसीने की कमाई पर इठलाने वाले घोटालेबाज और उनके संरक्षक तमाम कोशिशों के बावज़ूद कार्रवाई से बच नहीं पाएंगे।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री उपासने ने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी की समूचे सार्वजनिक और राजनीतिक जीवन की प्रामाणिकता पर कोई सवाल खड़ा करना आसमान पर थूकने की कोशिश से कम हास्यास्पद नहीं है। गुजरात के मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री के रूप में उनका पूरा कार्यकाल बेदाग और खुली किताब रहा है। दरअसल प्रधानमंत्री मोदी द्वारा स्थापित पीएम केयर्स फंड से कांग्रेस की सियासी चौधराहट खत्म हो चुकी है, कांग्रेस नेतृत्व को यही पीड़ा साल रही है।

श्री उपासने ने कहा कि पीएम केयर्स फंड के ऑडिट करने की मांग करने से पहले राहुल गांधी को अपना दामन झाँक लेना चाहिए जो आयकर विभाग द्वारा राहुल गांधी पर अपनी आय छिपाने के आरोप के चलते दागदार है। जमानत पर जेल से बाहर घूम रहे राहुल गांधी पहले यह तो देश को बताएँ कि 2011-12 की इनकम टैक्स रिटर्न में उन्होंने यह सच क्यों छिपाया था कि सन 2010 से वह यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक थे। आयकर विभाग के मुताबिक इस तौर पर हुई आय इस रिटर्न में नहीं दिखाई गई है।