वर्चुअल स्पोकन इंग्लिश क्लास की लोकप्रियता बढ़ी लॉकडाउन में

नई दिल्ली। कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को झकझोर कर दिया है़। आज पृथ्वी का कोई भी हिस्सा इस महामारी के तांडव से नहीं बचा है। ऐसे में सबसे ज्यदा जो क्षेत्र हाशिये पर आ खड़ा हुआ है वो है शिक्षा। युवा वर्ग अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। उनकी चिंता स्वाभाविक है। पर अब छात्रों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है ख़ासकर उनकी इंग्लिश कम्युनिकेशन स्किल्स को लेकर। छात्र- छात्रों के इंग्लिश स्पीकिंग स्किल्स को संवारने का बीड़ा उठाया है देश के जाने-माने अंग्रेजी लेखक व ब्रिटिश लिंग्वा के प्रबंध निदेशक डॉ बीरबल झा ने।

अंग्रेजी भाषा प्रशिक्षण के क्षेत्र में भारत के नामचीन चेहरे डॉ बीरबल झा कहते हैं जब सभी राहें बंद हो जाती हैं तो नई राह खुलती है। साथ हीं विपदा की घड़ी में भी सम्पदा के लिए भी अवसर होता है। युवा वर्ग को चहिये कि वे अपनी बौद्धिक सम्पदा को अधिक से अधिक बढ़ायें। छात्रों को अपने भविष्य की चिंता के बजाय इस कोरोना त्रासदी को अवसर में तब्दील करने की आवश्यकता है। अतएब उनके साथ कदमताल करने के लिए डॉ बीरबल झा की संस्था ब्रिटिश लिंग्वा ऑनलाइन क्लास लेकर आगे आई है।

पिछले तीन दसक से ब्रिटिश लिंग्वा को कम्युनिकेशन स्किल्स के क्षेत्र में महारथ हासिल है। लाखों छात्र – छात्राएँ इससे लाभान्वित हो चुके हैं। नयी पीढ़ी इस संस्था द्वारा विकसित अनोखी ‘इंग्लिश सिम’ का फ़ायदा उठा सकते हैं। प्रशिक्षू की सहूलियत के लिए एक ओर जहाँ शब्दों के सही उच्चारण, उसके समुचित प्रयोग एवं वाक्य बनाने की जानकारी दी जाती है वहीँ सामूहिक परिचर्चा एवं वाद- विवाद करबाया जाता है। प्रशिक्षक डॉ बीरबल झा का कहना है कि यह तो टेक्नोलॉजी का कमाल है कि अब इस लॉकडाउन में वर्चुअल क्लास अधिक लोकप्रिय हो रहा है। फलतः अंग्रेजी सीखना अब हुआ और आसान।