उत्तरप्रदेश : मुख्यमंत्री ने कहा कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सावधानी व सतर्कता बरतना आवश्यक

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी नेकहा है कि कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रत्येक स्तर पर पूरी सावधानी व सतर्कता बरतनाआवश्यक है। इसके दृष्टिगत उन्होंने सभी स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने कहा है कि प्रभावी पेट्रोलिंग करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए।मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के क्रम में धर्म स्थलों कोखोले जाने से पूर्व प्रशासन व पुलिस के अधिकारीगणधर्म स्थलों के प्रबन्धन से जुड़े लोगों से संवाद बनाते हुएउन्हें सभी सावधानियां सुनिश्चित करने की जानकारी दें।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक धर्म स्थल पर सेनिटाइजर, इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर की व्यवस्था रहनी चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि धर्म स्थल के अन्दर एक बार में पांच से अधिक श्रद्धालु न हों। धर्म स्थल में प्रतिमा अथवा धार्मिक ग्रन्थों को कोई भी स्पर्श न करे। धर्म स्थलों के परिसर में श्रद्धालु जूता-चप्पल पहनकरन जाएं। जूता-चप्पल रखने केलिए धर्म स्थल की व्यवस्था से जुड़े लोगइस सम्बन्ध में समुचित इन्तजामकरें। उन्होंने कहा कि यह उचित होगाकि लोग यथा-सम्भव अपने वाहन आदि में जूता-चप्पल उतारने के बाद ही धर्म स्थल की ओर प्रस्थान करें।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन को संचालन की स्थिति में रखा जाए।क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन को सेनिटाइज करके रखा जाए, ताकि आवश्यकतानुसार इनका उपयोग किया जा सके। कामगारों/श्रमिकों को राशन किट तथा 01 हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता दिया जाए। उन्होंने इन समस्त व्यवस्थाओं की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संक्रमित को समय पर समुचित उपचार उपलब्ध कराना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देशित किया कि वे समस्त मण्डलायुक्तों तथा जिलाधिकारियों से प्रतिदिन सीधे संवाद कर कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखें।उन्होंने कहा कि अस्पतालों में ोगियों को पीने के लिए गुनगुना पानी उपलब्ध कराया जाए।

एल-1 कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन तथा एल-2 श्रेणी के कोविड चिकित्सालयों में ऑक्सीजन तथा वेंटीलेटर की व्यवस्था अवश्य हो। चिकित्सालयों में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था पर बल देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बेड शीट आदि नियमित रूप से बदली जाए।डॉक्टरों तथा नर्सिंग स्टाफ द्वारा नियमित राउण्ड लिया जाए। रोगियों को शुद्ध एवं सुपाच्य भोजन उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने संक्रमित मरीजों की रिकवरीकीगति तथा दर को बढ़ाने के लिए सभी सम्भव उपाय किए जाने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के साथ-साथ जागरूकता तथा सर्विलांस को प्रभावी बनाते हुएप्रदेश सरकार को संचारी रोग सेहोने वाली मृत्युकीदर में उल्लेखनीय गिरावट लाने में सफलता मिली है।

प्रदेश सरकार ने कोविड अस्पतालों में उपचार की व्यवस्था को सुदृढ़ किया है।कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए यह भी आवश्यक है कि लोग इसके बचाव के सम्बन्ध में जागरूक तथा सजग रहें।उन्होंने निगरानी समितियों को सक्रिय रखते हुए सर्विलांस सिस्टम को प्रभावी बनाए रखने के निर्देशभीदिए।उन्होंने कहा कि आशा वर्कर से निरन्तर संवाद बनाए रखकर इन्हें प्रोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि के लिए तेजी से प्रयास करने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाकर रोजगार के अधिकाधिक अवसर सृजित किए जा सकते हैं।उद्यमियों को ऋण उपलब्ध कराने के लिए एम0एस0एम0ई0 सेक्टर के ऑनलाइन स्वरोजगार संगम जैसेकार्यक्रम आयोजित किए जाए। उन्होंने उद्योग बन्धु, पिकप आदि संस्थाओं कोउद्योगों के संचालन की अनुकूल परिस्थितियां सृजित करने के सम्बन्ध में प्रभावी प्रयास करनेके निर्देश भी दिए।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश वापस लौटे कामगारों/श्रमिकों कोप्रधानमंत्री जी के विशेष आर्थिक पैकेज के माध्यम से लाभान्वित करने के लिए कार्यवाही की जाए।इस पैकेज के माध्यम से रेहड़ी तथा खोमचे वालों एवं एम0एस0एम0ई0 सेक्टर को उपलब्ध कराए जा सकने वाले ऋण एवं अन्य लाभ के सम्बन्ध में राज्य स्तरीय बैंकर्स समितिकी बैठक आहूत की जाए।

उन्होंने प्रधानमंत्री जी के विशेष आर्थिक पैकेज के माध्यम से प्रदेश को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए सभी जरूरी प्रयास करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए किकामगारों/श्रमिकों को ग्रामीण इलाकों में संचालित विभिन्न विभागीय योजनाओं में नियोजित करने के प्रयास किएजाएं। उन्होंने कहा कि विभिन्नयोजनाओं के माध्यम सेकामगारों/श्रमिकों को उपलब्ध कराए जा सकने वाले रोजगार की मैपिंग करते हुए,इसे लागू करने की कार्य योजना तैयार की जाए।जिन जनपदों मेंविभिन्न राज्यों से वापस लौटे कामगारों/श्रमिकों की संख्या 25 हजार या उससे अधिक है, वहां स्किल मैपिंग कार्य तेजी से पूरा किया जाए।उन्होंने प्रदेश वापस लौटे कामगारों/श्रमिकों के साथ-साथ निर्माण श्रमिकों, स्ट्रीट वेंडरों तथा एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा के लिए एक प्रभावी योजना बनाने के निर्देश भी दिए।मुख्यमंत्री जी ने कामगारों/श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए एक पोर्टल तैयार करने के निर्देश दिए।

उन्हांने कहा कि औद्योगिक इकाइयों के अलावा विभिन्न सरकारी विभागों तथा संस्थानों, जहां कामगारों/श्रमिकां की जरूरत हो, वहां इन्हें रोजगार देनेके प्रयास किए जाएं।उन्होंने नोडल अधिकारियों को सम्बन्धित प्रदेशसरकारों से सम्पर्क कर उन राज्यों से वापसी के इच्छुक लोगों की सूची प्राप्त करने के निर्देश भी दिए, ताकि ट्रेनों की व्यवस्था की जा सके।मुख्यमंत्रीजी ने कहा कि डिजिटल पेमेंट सुविधाजनक होने के साथ-साथ वर्तमान परिस्थितियों में संक्रमण को रोकने में भी उपयोगी है। यह सुविधा ज्यादा से ज्यादा लोग अपनाएं, इसके लिए एक कार्य योजना बनाई जाए।इस कार्य योजना को लागू करते हुए रेहड़ी, खोमचे वालों आदि को डिजिटल बैंकिंग से जोड़ने का कार्य किया जाए।ऐसे प्रयास किए जाएं कि जिन्हें रोजगार प्राप्त हो, वे डिजिटल बैंकिंग से भी जुड़ें।मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि मण्डियों में संक्रमण से बचाव के लिए पूरी सतर्कता बरतते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां सेनिटाइजर, इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर कीव्यवस्था अवश्यहो।

उन्होंने आम के निर्यात के लिए सभी सम्बन्धित विभागों तथा संस्थाओं को बैठक कर प्रभावी कार्य योजना तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि गोवंश के लिए हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित कीजाए।इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी0 अवस्थी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल तथा श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव एम0एस0एम0ई0 श्री नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज श्री मनोज कुमार सिंह, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।