नए डीजीपी के ज्वाइन करते ही बहने लगी विकास की बयार

रायपुर -छत्तीसगढ़ के पुलिस विभाग में बरसों से सुविधाओं और साधनों को तरस रहे निचले स्तर के कर्मचारियों के लिए नए डीजीपी ने अच्छे संकेत दिए हैं। उन्होंने निचले स्तर के कर्मचारियों की समस्याओं और सुविधाओं की सूची बनाने अधिकारियों की नियुक्ति की है। डीजीपी डीएम अवस्थी ने सोमवार को पत्रकारवार्ता में उपरोक्त जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के प्रतिभाशाली बच्चों के लिए इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई के लिए कोचिंग, रहने और खाने की मुफ्त सुविधा विभाग देगा। वहीं इन बच्चों को पुलिस के उच्च अधिकारी भी पढ़ाएंगे।
डीजीपी की घोषणा में कुछ महीने पहले पुलिस कर्मियों और उनके परिवार की ओर से किए गए आंदोलन का भी असर नजर आ रहा है, जिसमें पुलिस विभाग की तरफ से बड़े स्तर पर हर साल खेल उत्सव के अलावा अलग से प्रदेश स्तर पर वार्षिकोत्सव का आयोजन करने का निर्णय लिया गया है। आयोजन के जरिए साल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
इसके अलावा हर जिले में पुलिस कर्मी और उनके परिवार के लिए ड्राई कैंटीन की व्यवस्था की जाएगी, जहां आर्मी की तर्ज पर सस्ते सामान की उपलब्धता का प्रयास किया जाएगा। वहीं पुलिस हाउसिंग के लिए स्नेह छाया योजना के जरिए पुलिस कर्मियों को निजी आवास उपलब्ध कराए जाने की योजना बनाई गई है। राज्य सरकार ने इस योजना को अनुमति दी तो जल्द ही इसका लाभ मिलेगा।
पुलिस कर्मियों की समस्या जानने और उनके निराकरण के लिए डीआईजी नेहा चंपावत की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में पुलिस अधिकारी आरिफ शेख, लाल उमेद सिंह और संजीव शुक्ल को स्थान दिया है। कमेटी के लिए किसी समय-सीमा तय नहीं की गई है, लेकिन उम्मीद की जा रही है यह जल्द ही अपना कार्य शुरू कर अपने सुझाव विभाग को देगी।