गांवों के विकास में रोजगार सहायकों की महत्वपूर्ण भूमिका: डॉ. रमन सिंह

मुख्यमंत्री शामिल हुए छत्तीसगढ़ ग्राम रोजगार सहायक संघ के महासम्मेलन में
रोजगार सहायक ‘मनरेगा’ में ग्रामीणों को 100 दिन का
रोजगार दिलाने में दिखाएं सक्रियता: श्री अजय चन्द्राकर

रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि गांवों के विकास में मनरेगा के रोजगार सहायकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। ग्राम रोजगार सहायक पंचायती राज में ग्रामीण विकास की मूल अवधारणा को धरातल पर साकार करने में योगदान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री आज यहां इंडोर स्टेडियम में छत्तीसगढ़ ग्राम रोजगार सहायक संघ द्वारा आयोजित महासम्मेलन एवं स्नेह मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे। डॉ. सिंह ने कहा कि राज्य शासन द्वारा मंत्रालय (महानदी भवन) में बैठकर ग्रामीण विकास के लिए जो फैसले लिए जाते हैं, जमीनी स्तर पर उनका लाभ जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी ग्राम रोजगार सहायकों पर है। छत्तीसगढ़ में रोजगार सहायकों के मानदेय में वृद्धि की गई है। राज्य सरकार द्वारा ग्राम रोजगार सहायकों के हित में जो भी संभव होगा, किया जाएगा।

 


मुख्यमंत्री ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर को ग्राम रोजगार सहायकों के साथ विचार-विमर्श कर उनकी मांगों के संबंध में आवश्यक निर्णय जल्द करने के निर्देश दिए। महासम्मेलन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर, कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिवरतन शर्मा, छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष श्री देवजी भाई पटेल, राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष श्री कमलचंद भंजदेव, समाज सेवी संस्था मितान फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री के.व्ही.टी. श्रीधर राव और सचिव श्री अरूण भी मंच पर विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पंचायतीराज संस्थाओं के सशक्तिकरण का नारा देने के साथ-साथ ग्रामीण विकास के लिए पहले की तुलना में काफी अधिक संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटलबिहारी वाजपेयी द्वारा प्रारंभ की गई प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत प्रदेश में ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया गया है। राज्य सरकार द्वारा गांवों में ग्राम गौरवपथ, कंाक्रीट सड़क, स्टेडियम, मुक्तिधाम, निर्मला घाट, बस स्टैंड और व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स जैसी अधोसंरचनाएं विकसित की गई हैं। अधोसंरचना निर्माण की इन कामों में रोजगार सहायक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने ग्राम रोजगार सहायकों का आव्हान किया कि वे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत ग्रामीणों को कम से कम 100 दिन का रोजगार दिलाने में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मनरेगा के तहत 70 प्रतिशत ग्रामीणों को 15 दिन में मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है। इसे बढ़ाकर शत-प्रतिशत मजदूरी का भुगतान करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि रोजगार सहायकों के मानदेय में एक वर्ष में दो बार वृद्धि राज्य सरकार द्वारा की गई है।
कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान स्वास्थ्य योजनाओं, संचार क्रांति योजना सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में रोजगार सहायकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि रोजगार सहायक इस बात का भी ध्यान रखें कि अधोसंरचना विकास के लिए मंजूर की गई राशि का सही-सही उपयोग हो। उन्होंने कहा कि विभिन्न योजनाओं से मिलने वाली राशि के कन्वर्जेंस से रोजगार सहायक ग्रामीण विकास को और भी अधिक गति प्रदान करने में अपना योगदान दे सकते हैं। छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिवरतन शर्मा ने ग्राम रोजगार सहायकों की मांगों पर प्रकाश डाला। समाज सेवी संस्था ‘मितान फाउंडेशन’ के अध्यक्ष श्री श्रीधर राव तथा छत्तीसगढ़ ग्राम रोजगार सहायक संघ के प्रांताध्यक्ष श्री संतोष सोनवानी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।