नई दिल्ली : राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने आज राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर 60 पुरस्कार विजेताओं को वर्चुअल माध्यम से राष्ट्रीय खेल एवं साहसिक पुरस्कार प्रदान किए। विज्ञान भवन, नई दिल्ली में हुए इस समारोह में केन्द्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री श्री किरेन रिजीजू, खेल सचिव श्री रवि मित्तल और युवा कार्यक्रम विभाग में सचिव सुश्री उषा शर्मा और कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। खेल विभाग में सचिव श्री रवि मित्तल ने राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद की अनुमति से पुरस्कार समारोह का शुभारम्भ किया। पुरस्कार विजेताओं ने देश भर में स्थित विभिन्न एसएआई केन्द्रों से समारोह में भाग लिया। कुछ पुरस्कार विजेता विज्ञान भवन में भी उपस्थित रहे।
इस अवसर अपने संबोधन में राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने कहा कि कोविड-19 ने खेल जगत को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। ओलम्पिक खेल टाल दिए गए हैं। हमारे देश में भी खेल गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। अभ्यास और प्रतिस्पर्धाओं की कमी के कारण खिलाड़ियों और कोचों में प्रेरणा के स्तर में कमी हो सकती है, जिससे उनकी मानसिक और शारीरिक तैयारियों के लिए बड़ी चुनौती पैदा होती है। यह देखना सुखद रहा है कि इस चुनौती से पार पाने के लिए खिलाड़ी और कोच ऑनलाइन कोचिंग और वेबिनार्स के माध्यम से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम वैश्विक महामारी के बावजूद खेलों से संबंधित गतिविधियों को जारी रखने का एक प्रयास है।
राष्ट्रपति देश में खेलों में विविधता बढ़ती देखकर काफी खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि आज के पुरस्कार विजेता 20 से ज्यादा खेलों का प्रतिनिधित्व करते हैं। कबड्डी, खो-खो और मल्लखम्ब जैसे हमारे पारम्परिक खेलों की लोकप्रियता बढ़ने से आम आदमी को खेलों से जोड़ने में सहायता मिलेगी। आज, क्रिकेट और फुटबॉल के अलावा वॉलीबाल और कबड्डी जैसे खेलों की लीग प्रतिस्पर्धाएं लोकप्रियता हासिल कर रही हैं, जो एक सुखद बदलाव है।
केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने कहा कि मैं इस विशेष कार्यक्रम में पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रपति के प्रति आभार प्रकट करता हूं, जो कोरोना वायरस महामारी के चलते वर्चुअल रूप में हो रहा है। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि पुरस्कार वितरण समारोह पहली बार वर्चुअल रूप में हो रहा है, जहां माननीय राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा, राष्ट्रपति की उपस्थिति से हमारे युवा खिलाड़ी आगे बढ़कर अपना बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। मैं सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई देता हूं, जो हमारे साथ यहां दिल्ली में उपस्थित रहे और जो एनआईसी के माध्यम से विभिन्न केन्द्रों से जुड़े हुए हैं।
श्री रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अगुआई में मंत्रालय खेल और रोमांच के क्षेत्र में कई योजनाएं चला रहा है। खेलो इंडिया और फिट इंडिया इसकी उत्कृष्ट उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि हमने एक दीर्घकालिक योजना तैयार की है और हमारा उद्देश्य को भारत को 2028 के ओलम्पिक में शीर्ष 10 पदक विजेता देशों की सूची में जगह दिलाना है।
श्री रिजिजू ने कहा कि वह इस अवसर पर खेलों और खिलाड़ियों को समर्थन देने के लिए नागरिकों का आह्वान करते हैं। खेल मंत्री ने यह भी कहा कि पुरस्कार विजेताओं की उपलब्धियों से एक पीढ़ी को खेलों में भाग लेने की प्रेरणा मिलेगी।
देश का सबसे बड़ा खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार चार साल के दौरान खेलों के क्षेत्र में शानदार और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है। इस साल पांच खिलाड़ियों को पुरस्कार मिला, जिनमें क्रिकेटर रोहित शर्मा, पहलवान विनेश फोगाट, टेबिल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा, हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल और पैरा एथलीट मरियप्पम थंगावेलु शामिल हैं। चार साल तक लगातार बेहतरीन पुरस्कार के लिए दिए जाने वाले अर्जुन पुरस्कार के विजेताओं में निशानेबाज सौरभ चौधरी और मनु भाकर, पहलवान दिव्या काकरान, मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और बैडमिंटन खिलाड़ी चिराग शेट्टी और सात्विक साईराज रंकीरेड्डी शामिल रहे।
इस साल खो-खो, कबड्डी, घुड़सवाल और शीत खेलों के एथलीटों को भी अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। द्रोणाचार्य पुरस्कार ऐसे कोचों को दिया जाता है, जिनकी प्रतिष्ठित खेल कार्यक्रमों में पदक विजेता सामने लाने में अहम भूमिका रही है। खेलों के विकास में जीवनकाल के दौरान योगदान देने के लिए ध्यानचंद पुरस्कार और खेलों को प्रोत्साहन व विकास के क्षेत्र में प्रत्यक्ष भूमिका निभाने के लिए राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार दिए जाते हैं। अंतर-विश्वविद्यालयी प्रतिस्पर्धाओं में समग्र रूप से सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को मौलाना अबुल कलाम आजाद (एमएकेए) ट्राफी दी गई। इन तीन खेल पुरस्कारों के अलावा देश के लोगों में रोमांच की भावना लाने के लिए तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार दिया गया