राष्ट्रपति शिक्षक दिवस पर 47 शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगे

नई दिल्ली : राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद कल नई दिल्ली में शिक्षकों को वर्चुअली राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। केन्‍द्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ और शिक्षा राज्‍य मंत्री श्री संजय धोत्रे भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। देश के कुछ बेहतरीन शिक्षकों के अनूठे योगदान की सराहना करने और उन शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार दिए जाते हैं, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता के माध्यम से न केवल स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को समृद्ध बनाया है।

राष्ट्रीय स्तर की जूरी को शामिल करने के साथ प्रक्रिया को ऑनलाइन, पारदर्शी और इसकी तीन अवस्‍थाएं बनाने के लिए शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने के संबंध में दिशानिर्देशों को वर्ष 2018 में संशोधित किया गया था।

  1. शिक्षकों से mhrd.gov.in पर ऑनलाइन स्व-नामांकन
  2. सभी नियमित शिक्षक इसके पात्र हैं। न्यूनतम न्यूनतम सेवा की आवश्यकता नहीं है।
  3. अंतिम चयन के लिए कोई राज्य / संघ राज्य क्षेत्र / संगठन कोटा नहीं है।
  4. राज्यों
    / संघ राज्य क्षेत्रों / संगठनों से प्राप्त शॉर्टलिस्ट (संक्षिप्‍त सूची
    में नाम रखना) किए गए उम्मीदवारों की सूची में से स्वतंत्र राष्ट्रीय जूरी
    द्वारा अंतिम चयन।
  5. पुरस्कारों
    की संख्या 45 तक तर्कसंगत है (इसके अलावा, जूरी विशेष श्रेणी के तहत 2
    शिक्षकों का चयन शारीरिक रूप से अक्षम की विशेष श्रेणी शिक्षकों के लिए कर
    सकती है)।

शिक्षकों से ऑनलाइन पोर्टल www.mhrd.gov.in के माध्यम से स्वयं नामांकन आमंत्रित किया गया था। जिला शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में जिला चयन समिति (डीएससी) द्वारा प्रथम स्तर की जांच की गई। निर्धारित चयन मानदंडों के आधार पर, डीएससी ने 3 नामों को शॉर्टलिस्ट किया और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से उन्‍हें राज्य चयन समिति को भेज दिया गया।

राज्य शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव /सचिव की अध्यक्षता में राज्य चयन समिति (एसएससी) द्वारा दूसरे स्तर की जांच की जानी थी। एसएससी ने सभी नामांकनों का मूल्यांकन किया और राज्यों /संघ शासित प्रदेशों को आवंटित अधिकतम संख्या के अधीन शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के नामों की सिफारिश की और उन्हें ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से स्वतंत्र राष्ट्रीय जूरी में भेज दिया।

शिक्षक पुरस्कार 2020 के लिए अंतिम चयन मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के सेवानिवृत्त सचिव के नेतृत्‍व में राष्ट्रीय स्तर की स्वतंत्र जूरी ने किया। जूरी ने राज्यों और संगठनों द्वारा भेजी गई उम्मीदवारों की सूची की समीक्षा की और नए सिरे से मूल्यांकन किया। इस वर्ष, उम्मीदवार वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जूरी के सामने पेश हुए और जूरी के समक्ष प्रस्तुतियां दीं। जूरी ने 47 शिक्षकों का चयन किया।

चयनित पुरस्कार विजेताओं ने अपनी प्रतिबद्धता और मेहनत से न केवल स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया, बल्कि विभिन्न कार्यों जैसे नाम लिखाने में सुधार और स्‍कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ देने को कम करना, आनंदपूर्ण और अनुभव जन्‍य शिक्षण-ज्ञान कार्य प्रणाली को अपनाना, किफायती टीएलएम का इस्‍तेमाल, पढ़ाई के अलावा अन्‍य गतिविधियों और पाठ्येतर गतिविधियों का आयोजन, बच्चों में सामाजिक जागरूकता फैलाना, सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना, शिक्षण में आईसीटी का उचित और प्रभावी उपयोग, राष्ट्र निर्माण और राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा देने के माध्यम से अपने छात्रों और समुदाय के जीवन को समृद्ध किया है।