राष्ट्रीय कृमि मुक्ति पखवाड़ा का आयोजन आज से कृमि मुक्त पखवाडे में कोरोना महामारी से बचाव से जागरूक करें, घर-घर भ्रमण कें दौरान-कलेक्टर

शहडोल (मो.शब्बीर बयूरो चीफ शहडोल) कलेक्टर एवं जिला मजिस्टेट डाॅ. सतेन्द्र सिंह के मार्गदर्षन एवं निर्देषन में जिले में आज से 7 अक्टूबर 2020 तके कृृमि मुक्ति पखवाड़ा मनाया जाएगा। कलेक्टर ने कृमि मुक्त पखवाडे में कृमि मुक्त पखवाडे में कोरोना महामारी से बचाव से जागरूक के निर्देष दिए है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया है कि 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के जिले में लगभग 4 लाख 8 हजार बच्चे है जिन्हें कृमि मुक्ति गोली खिलाई जाएगी। जिससे समुदाय में समुचित स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर को बनाए रखने हेतु भारत शासन के दिशा निर्देशानुसार कोविड-19 के दौरान समुदाय स्तर पर समस्त आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को जारी रखना के अंतर्गत 1 से 19 वर्ष की समस्त हितग्राही वर्ग का कृमिनाशन किया जाना अत्यंत आवश्यक है। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देषित किया कि पखवाडे के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता सोषल डिस्टेंसिंग एवं बाहर निकलते वक्त मास्क का उपयोग करे तथा घर-घर भ्रमण के दौरान लोगों कोविड-19 से बचने के लिये सोषल डिस्टेंसिंग एवं मास्क का उपयोग, बार-बार साबुन से हाथ धोना, कोरोना के लक्षण एवं बचावं तथा संभावित लक्षण पर फीवर क्लीनिक जाकर सैम्पलिंग कराएं एवं बिना लक्षण वाले कोरोना पाॅजिटिव मरीजों को होम आईसोलेषन में रहकर स्वस्थ्य रहने के बारे मे समझाईस दी जाएं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. राजेष पाण्डेय ने बताया कि इस कार्यक्रम में कोविड-19 के कारण प्रदेश में विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों का संचालन संभव ना होने की दशा में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का क्रियान्वयन समुदाय आधारित गृह भ्रमण रणनीति के माध्यम से किया जाएगा तथा कार्यक्रम अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग के मैदानी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर 1 से 19 वर्षीय समस्त बच्चों का कृमिनाशन किया जाएगा ताकि मिट्टी जनित कृमि संक्रमण की रोकथाम सुनिश्चित हो सके। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत मैदानी कार्यकर्ताओं तथा एएनएम आशा कार्यकर्ता, आशा सहयोगी तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा समुदाय में घर-घर जाकर एक से 19 वर्षीय समस्त बच्चों को एल्बेंडाजोल 400उह मीठी चलाने वाली गोली खिलाई जाएगी। डाॅ राजेष पाण्डेय ने बताया है कि बच्चो के आंत में कृमि चिपक जाते है और बच्चो जो पोषण आहार लेता है वो कृमि खुद ग्रहण कर लेता है। जिससे बच्चो कमजोर हो जाता है। इस पखवाडे में 1 वर्ष से 19 वर्ष सभी बच्चो को घर-घर भ्रमण कर कृमि मुक्त गोली खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।