राज्यसभा सांसद छाया वर्मा एवं राज्यसभा सदस्य फूलोदेवी नेताम ने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा को पत्र लिखा।

रायपुर। 4 अक्टूबर 2020। छत्तीसगढ़ से कांग्रेस की राज्यसभा सदस्यों छाया वर्मा और फूलों देवी नेताम ने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा को पत्र लिखकर हाथरस जाते समय प्रियंका गांधी जी के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा किए गए दुर्व्यवहार पर मामला दर्ज कर कठोर कार्यवाही की मांग की है।

पत्र का मजनून नीचे लिखे अनुसार है

श्रीमती रेखा शर्मा
अध्यक्ष,
राष्ट्रीय महिला आयोग,
21, जसोला इंस्टिट्यूशनल एरिया,
नई दिल्ली, 110025
E-mail : chairperson-ncw@nic.in

विषय: कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा किए गए दुर्व्यवहार को संज्ञान में लेकर तत्काल कार्रवाई करने के संबंध में।

महोदया,
आपको यह शिकायत भेजते हुए मन बहुत व्यथित है और सिर शर्म से झुका जा रहा है। ऐसा लग रहा है मानों उत्तर प्रदेश में पुलिस महिलाओं के साथ अपमान और दुर्व्यवहार करने पर उतारू है।
आज, दिनांक 3 अक्टूबर, 2020 को दिल्ली से उत्तर प्रदेश के हाथरस जाते हुए कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद श्री राहुल गांधी तथा कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा को उत्तर प्रदेश पुलिस ने रास्ते में रोका। वे उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित बच्ची के साथ हुए बलात्कार, हिंसा तथा पुलिस की लीपापोती के बाद पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे। इस दौरान जो कुछ घटा उसने मुझे यह शिकायत करने को बाध्य किया है।
भारत के संविधान में महिलाओं के लिए विशेष कानून हैं, उसमें यह प्रावधान किया गया है कि किसी महिला को रोकने और पकडने का कार्य केवल महिला पुलिसकर्मी ही कर सकती है, कोई पुरूष पुलिसकर्मी नहीं। लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने सभी हदें पार कर दी हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस के एक पुरुष अधिकारी ने न केवल श्रीमती प्रियंका गांधी को रोका बल्कि बेहद अशोभनीय ढंग से उनके कपड़े भी पकड़कर खींचे। यह तस्वीर टीवी चैनलों, अख़बारों और सोशल मीडिया पर भी प्रमुखता से प्रकाशित-प्रसारित हुई है। (फोटो की प्रति संलग्न)
उत्तर प्रदेश पुलिस के इस दुर्व्यवहार से पूरे देश में महिलाओं में जबरदस्त आक्रोश है। हर राज्य में, जिले में, कस्बे में, गांव में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर देश का हर पिता, माता, भाई चिंतित है।
आपसे अनुरोध है कि प्रकरण को संज्ञान में लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस के इस अधिकारी और उनके सभी आला अधिकारियों के ख़िलाफ़ महिला आयोग मामला दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए जिससे भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो सके।