खेल मंत्री किरेन रिजिजूने डॉ. कर्णी सिंह निशानेबाजी रेंज में 162 बिस्तर वाले छात्रावास का उद्घाटन किया

नई दिल्ली : केन्द्रीय खेल राज्य मंत्री, श्री किरेन रिजिजू ने डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में एक आवासीय छात्रावास का उद्घाटन किया।यह 162 बिस्तरों वाला वातानुकूलित छात्रावास है जिसमें शौचालय की सुविधा भी उपलब्ध है।इसमें एक वातानुकूलित भोजन कक्ष और खेल के अनुसार खान-पान स्थल तथा लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग मनोरंजन कक्ष की सुविधा भी उपलब्ध है।इसका निर्माण 12.26 करोड़ रूपए की लागत से किया गया है।

श्री रिजिजू ने कहा, “हमारे एथलीट ओलंपिक खेलों, एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, उनका जीवन स्तर अच्छा होना चाहिए जहां पर उनके लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हों।” खेल मंत्री ने यह भी घोषणाकी कि सभी छात्रावासों में खान-पान, रहने की व्यवस्था और स्वच्छ वातावरणकी सुविधा कम-से-कम थ्री स्टार मानक की होनीचाहिए, जिसके सुविधा का प्रबंधन एक विशेषज्ञ समिति द्वारा किया जाना चाहिए। उन्होंने बल देकर कहा कि लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग छात्रावास की सुविधाएं होनी चाहिए। उन्होंने कहा,‘निशानेबाजी एक प्राथमिकता वाला खेल है, हमें निशानेबाजों के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने होंगे।‘

इस छात्रावास की सुविधा से भारतीय निशानेबाजों को प्रशिक्षण के दौरान प्रोत्साहन मिलेगा, जो पहले निशानेबाजीप्रशिक्षण के दौरान बाहरी आवास में निवास किया करते थे। इस छात्रावास के बनने से निशानेबाजों को अब अपने संबंधित राइफल, पिस्टल और शॉटगन रेंज जाने के लिए थोड़ी ही दूरजाना पड़ेगा।

2018 राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता श्री अनीश भानवाला ने कहा, “हमारे पास हमेशा एक अच्छा निशानेबाजी रेंज रहा है लेकिन छात्रावास की कमी थी जिसके कारण हमें परिसर के बाहर रहना पड़ता था। छात्रावास में रहने से अब हमें सुबह और दोपहर के सत्र में भी प्रशिक्षण प्राप्त करनेमें सुविधा होगी।”

इस सुविधा के कारण, न केवल वरिष्ठ निशानेबाजों के समूह को लाभ प्राप्त होगा, बल्कि उन निशानेबाजों को भी फायदा पहुंचेगाजो टीओपीएस विकास समूह और खेलो इंडियायोजना तथाएनसीओईनिशानेबाजों के रूप में शामिल हैं।

श्री रिजिजू ने कहा, “निशानेबाजी इस समय प्रमुख खेलों में से एक है, हमें निशानेबाजी से बहुत उम्मीदें हैं और भारत में जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं का भंडार है। हमें टोक्यो ओलंपिक में निशानेबाजीमें ज्यादा-से-ज्यादा खिलाड़ियों को भेजने की उम्मीद है।”