जहां नारी का सम्मान वही लक्ष्मी का निवास,प्रभुदयाल

शहडोल, ग्राम रस मोहिनी में हायर सेकेंडरी स्कूल से लगे हुए मैदान में हलवाई परिवार के द्वारा भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथावाचक भागवत कथा के मर्मग्य डॉक्टर प्रभु दयाल गौतम प्रभु जी के द्वारा आज के कथा में शंकर जी द्वारा नारी का भेष धरकर कृष्ण भगवान के रास में शामिल होने गए थे। नारियों की महानता एवं नारी सम्मान में आपने कहा भारतवर्ष में नारियों की एक अहम भूमिका है, जहां नारी का सम्मान है,वही लक्ष्मी एवं भगवान है हमारे देश की नारियां इतनी कमजोर नहीं है। अपने आप में आ जाएं तो दुर्गा काली का रूप धारण करके सर्वनाश कर देती हैं। इन नारियों का अपमान कभी नहीं करना चाहिए नारी हमेशा सम्मान के लायक है।और सम्मान देना ही हमारा कर्तव्य है,हमारे देश में नारियों के लिए एक अहम भूमिका है,जिससे हमारा देश गौरवान्वित है।पूरे देश में भारतवर्ष का नाम नारी सम्मान में जाना जाता है हर क्षेत्र मे आज नाम रोशन कर रही है और बराबर का दर्जा भी दिया जा रहा है। प्रभु जी के द्वारा अमृतमयीवाणी से भागवत कथा का रसपान कराया जा रहा है रुक्मणी विवाह के साथ है सातवा दिवस संपन्न हुआ आज के कथा मैं सुदामा चरित्र दत्ता श्रेय ज्ञान कथा के साथ भागवत जी का विश्राम हो जाएगा कथा में अभूतपूर्व भीड़ भक्त जनों की रहती है हलवाई परिवार पूर्ण मनोयोग से सेवा में लीन है।