रेल मंत्री पीयूष गोयल ने पश्चिम बंगाल में विभिन्न रेल अवसंरचना परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं

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नई दिल्ली : केन्द्रीय रेल, वाणिज्य एवं उद्योग और उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री पीयूष गोयल ने मालदा और मणिग्राम के निकट हाल में विद्युतीकृत मणिग्राम-निमतिता खंड, रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी), खगराघाट रोड, लालबाग कोर्ट रोड, तेन्या, दहपराधाम और नियालिशपाड़ा स्टेशनों पर पांच फुट ओवर ब्रिज तथा सजनीपाड़ा और बासुदेबपुर स्टेशनों पर दो फुट ओवर ब्रिज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज राष्ट्र को समर्पित किए गए। ये सभी स्टेशन पूर्व रेलवे के मालदा मंडल के अंतर्गत आते हैं। श्री गोयल ने नए विद्युतीकृत मणिग्राम-निमिताता खंड पर मालगाड़ियों को हरी झंडी भी दिखाई।

इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री पीयूष गोयल ने कहा कि जैसा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है, “हमारे प्रयास पश्चिम बंगाल को देश में व्यापार और व्यावसायिक गतिविधियों में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में किए जाएंगे।” रेलवे यात्री गतिविधियों, माल गाड़ियों के संपर्क में विस्तार, पश्चिम बंगाल से देश के सभी हिस्सों तक कच्चे माल की उपलब्धता और उत्पादों की ढुलाई सुनिश्चित करके राज्य के विकास में अहम भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की सभी लाइनें 2023 तक विद्युतीकृत हो जाएंगी, जिससे प्रदूषण घटेगा, गति में सुधार होगा और यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। बीते छह साल में, रेलवे अवसंरचना में सुधार के लिए पश्चिम बंगाल में 19,811 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि भारतीय रेलवे अभी तक सबसे सुरक्षित होने की उपलब्धि हासिल कर ली है, क्योंकि किसी रेल हादसे में की जान नहीं गई है। यह उपलब्धि रेलवे के कर्मचारियों के अथक परिश्रम से हासिल हुई है।

कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने और हरित ऊर्जा को प्रोत्साहन देने के क्रम में, पूर्व रेलवे का 34 किलोमीटर लंबा मणिग्राम- निमितिता खंड 52.05 करोड़ रुपये की लागत से विद्युतीकृत किया गया है। यह हावड़ा से डिब्रूगढ़ के लिए हाई यूटिलिटी नेटवर्क “सागर पूर्वोदय सम्पर्क लाइन” का एक भाग है। इससे सागरदीघी तापीय बिजली संयंत्र और सोनार बांग्ला सीमेंट संयंत्र को जाने वाले माल की रेक के लिए ट्रैक को डीजल से विद्युत में तब्दील करने में मदद मिलेगी। इससे इस खंड में यात्री ट्रेनों को डीईएमयू और एमईएमयू में रूपांतरित करने का मार्ग प्रशस्त होगा। इससे डीजल की बचत होगी और क्षेत्र के समग्र औद्योगिक विकास में भी योगदान होगा।

1.8 करोड़ रुपये की लागत वाले रोड अंडर ब्रिज को न्यू फरक्का- मालदा टाउन खंड में मालदा के निकट एलसी गेट संख्या 2ए के स्थान पर निर्मित किया गया है। इससे सड़क यातायात आसान हो जाएगा और रेल यातायात के निर्बाध आवागमन में भी तेजी आएगी। इसके अलावा अजीमगंज- न्यू फरक्का खंड में मणिग्राम के निकट एलसी गेट संख्या 6 के स्थान पर 2.63 करोड़ रुपये की लागत से एक अन्य रोड अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया है, जिससे रेल और सड़क यातायात दोनों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित होगी।

यत्रियों की आसान और सुरक्षित आवाजाही के लिए, बंदेल-कटवा-अजीमगंज खंड पर खगराघाट रोड, लालबाग कोर्ट रोड, तेन्या, दहापरधाम और नियालिशपाड़ा स्टेशनों पर 9.31 करोड़ रुपये की लागत से पांच फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया गया है। इसके अलावा, अजीमगंज- न्यू फरक्का- मालदा टाउन खंड के अंतर्गत सजनीपारा और बासुदेबपुर स्टेशनों पर 3 करोड़ रुपये की लागत से दो फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया गया है। इससे यात्रियों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित होगी, दुर्घटना की संभावना न्यूनतम हो जाएगी।