शरीर को दे ठंडकगर्मी के तपते मौसम में लू से बचने के लिए बेल का शर्बत पीना लाभप्रद होता है-दीपक

रावन। अप्रैल माह लगते ही पहले सप्ताह से तेज गर्मियों असर ,तपती धूप और लू का प्रकोप लोगों के लिए असहनीय होता है। ऐसे में इससे बचाव के लिए हम कई तरीके अपनाते हैं। दीपक कुमार वर्मा पतंजलि प्रथम योग प्रचारक जिला बलौदा बाजार भाटापारा, ने बताया अक्सर कहा जाता है कि एक गिलास बेल का जूस पीजिए और अपने को फिट रखिए। बेल का फल आपको खेत खलिहान, सड़क के किनारे,तालाब के तट, बाड़ी बगीचा में आसानी से मिलने वाला गुणकारी फल और औषधि है। दरअसल बेल में इतना सारा न्यूट्रिशन होता है कि गर्मी में आपको फिट रखने के लिए बेल का जूस ही काफी है। बेल में पाया जाने वाला प्रोटीन, बीटा-कैरोटीन, थायमीन, राइबोफ्लेविन और विटामिन-सी बहुत ही गुणकारी है। ऐसे ही बेल की खूबियों के बारे में हम आपको बताने वाले हैं।

बेल का शरबत लु से बचने के लिए लाभप्रद

शरीर को दे ठंडकगर्मी के तपते मौसम में लू से बचने के लिए बेल का शर्बत पीना लाभप्रद होता है और इससे लू भी नहीं लगती है। आप पूरा दिन कूल फील करते हैं। इसके जूस में ऐसे तत्व होते हैं जो आपको हीट से बचाते हैं।

डाइजेस्टिव सिस्टम को रखे फिट

अगर आपका डाइजेस्टिव सिस्टम सही नहीं चल रहा है, तो दवाइयों के ऑप्शन में जाने के बजाय एक गिलास बेल का जूस पीएं। इससे आपको गैस, कब्ज और अपच की समस्या में आराम मिलेगा। मुंह में छाले होने पर बेल का जूस काफी फायदेमंद होता है। इससे आपके मुंह के छाले भी ठीक हो जाते हैं।

कोलेस्ट्रॉल को करे कंट्रोल

अगर किसी को कोलेस्ट्रॉल की प्रॉब्लम है तो बेल का रस इसमें आपको फायदा देगा। बेल के जूस का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। इससे ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहता है। बेल का जूस आपके ब्लड को भी क्लीन रखता है। अगर आपको स्किन प्रॉब्लम्स है, तो बेल का जूस जरूर पीएं। इससे आप कई प्रॉब्लम्स से बाहर निकल आएंगे। ऐसे में बेल का जूस हल्का गुनगुना कर इसमें कुछ बूंद शहद मिलाकर पीएं। इससे आपको फायदा मिलेगा। यह जूस हार्ट पेशेंट के लिए भी बेहद फायदेमंद है।अस्थमा, आंखों का संक्रमण,कब्ज, डायरिया,अल्सर, कैंसर, मधुमेह आदि बीमारियों से बचाता है।

बेल में पाया जाने वाला प्रोटीन, बीटा-कैरोटीन, थायमीन, राइबोफ्लेविन और विटामिन-सी बहुत ही गुणकारी है।

फोटो क्रमांक एक-बेल का शर्बत लिए हुए योग प्रचारक दीपक कुमार वर्मा