प्रधानमंत्री भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ के 95वें वार्षिक सम्मेलन और कुलपतियों की राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करेंगे

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नई दिल्ली : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 14 अप्रैल को सुबह 11 बजे वीडियो कंफ्रेंसिंग के माध्यम से भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ के 95 वें वार्षिक सम्मेलन और कुलपतियों की राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर वह डॉ. बी आर अंबेडकर पर श्री किशोर मकवाने द्वारा लिखित पुस्तकों का विमेचन भी करेंगे। इस कार्यक्रम में गुजरात के राज्यपाल और मुख्यमंत्री तथा केंद्रीय शिक्षा मंत्री भी मौजूद रहेंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन अहमदाबाद स्थित डॉ बी आर अंबेडकर खुला विश्वविद्यालय ने किया है।

एआईयू सम्मेलन और कुलपतियों की राष्ट्रीय संगोष्ठी के विषय में

देश में उच्च शिक्षा की मुख्य और शीर्ष संस्था भारतीय विश्वविद्यालयों का संघ (एआईयू) इस वर्ष 14-15 अप्रैल को अपने 95वें वार्षिक सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। यह सम्मेलन वह अवसर है जब एआईयू अपनी पिछले वर्ष की उपलब्धियों का प्रदर्शन करता है, अपनी वित्तीय स्थिति का लेखा जोखा प्रस्तुत करता है और आने वाले वर्ष के लिए अपनी योजनाओं के बारे में बताता है। यह वह मंच भी है जिसमें ज़ोनल कुलपति सम्मेलन की सिफारिशों तथा पूरे साल हुए अन्य वैचारिक आदान प्रदान के बारे में सदस्यों को जानकारी दी जाती है।

इस सम्मेलन के साथ ही एआईयू के 96वें स्थापना दिवस का समारोह भी मनाया जाएगा। एआईयू की स्थापना 1925 में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सरीखे महान निष्ठावान नेताओं के संरक्षण में हुई थी।

इस सम्मेलन के दौरान ही कुलपतियों की एक राष्ट्रीय संगोष्ठी भी होगी जिसका विषय –भारत में उच्च शिक्षा में बदलाव लाने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करना है। इसका उद्देश्य हाल में शुरू की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के लिए एक स्पष्ट कार्य योजना तैयार कर इसके लिए रणनीति बनाना है ताकि इसे इसके प्राथमिक हितधारक-छात्रों के हित में प्रभावी रूप से लागू किया जा सके।

जिन पुस्तकों का विमोचन किया जाना है, उनके संबंध में

प्रधानमंत्री इस अवसर पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के जीवन पर श्री किशोर मकवाना द्वारा लिखित चार पुस्तकों का विमोचन करेंगे-

डॉ. अंबेडकर जीवन दर्शन
डॉ. अंबेडकर व्यक्ति दर्शन
डॉ. अंबेडकर राष्ट्र दर्शन और
डॉ. अंबेडकर आयाम दर्शन