सेक्टर 9 अस्पताल का विधायक देवेंद्र यादव ने किया निरीक्षण

मरीजों का हालाचाल पूछा और डॉक्टरों के साथ बैठक कर और बेहतर व्यवस्था बनाने हुई चर्चा

भिलाई। भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव सोमवार को पं. जवाहर लाल नेहरू अस्पताल सेक्टर 9 का निरीक्षण करने पहुंचे। अस्पताल के सभी वार्डों का बारिकी से निरीक्षण किया और मरीजों का हालचाल भी जाने । साथ ही अस्पताल के डॉक्टरों के साथ करीब 1 घंटे तक बैठक कर अस्पताल की व्यवस्था के संबंध में चर्चा की। साथ ही विधायक देवेंद्र यादव ने अस्पताल प्रबंधन को भरोसा दिलाया कि शासन प्रशासन से पूरा सहयोग मिलेगा। अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर से बेहतर इलाज मिल सकें। इसके लिए वे सब मिलकर पूरा प्रयास करेंगे।
सोमवार को विधायक देवेंद्र यादव सेक्टर 9 अस्पताल पहुंचे। सबसे पहले वे अस्पताल के सभी वार्डों का भ्रमण किए और बारिकी से वार्डों का निरीक्षण किए। मरीजों से मिलकर उनका हालचाल जाना और पूछा कि उन्हें अस्पताल में कोई दिक्कत या परेशानी तो नहीं है। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों के साथ विधायक देवेंद्र यादव ने करीब 1 घंटे तक बैठक कर अस्पताल में मरीजों के बेहतर इलाज के संबंध और मेन पावर बढ़ाने जैसे जरूरी विषयाें पर चर्चा की। इसके साथ ही विधायक देवेंद्र यादव ने अस्पताल में ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाने और जरूरी इक्यूपमेंट बढ़ाने के विषय पर भी चर्चा किए। चर्चा में यह बात सामने आई की कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से सेक्टर 9 अस्पताल में भी मेन पावर की कमी महसूस की जा रही है। इसके लिए भिलाई के नर्सिंग कॉलेज के फाइनल ईयर के स्टूडेंट को जॉब देकर इस समस्या का समाधान निकालने के विषय पर चर्चा की गई। इसके अलावा बीएसपी प्रबंधन सेक्टर 9 होस्पिटल में वेंटिलेटर से लेकर सभी प्रकार की जरूरी सुविधा बढ़ाने पर चर्चा की गई। जिस पर सीईओ ने विधायक के साथ पहले हुई बैठक में सहमति दे चुके हैं। अस्पताल में एक घंटे चली विशेषज्ञ डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन के बैठक में विधायक श्री यादव ने ऑक्सीजन वाले बेड की संख्या बढ़ाने के साथ ही वेंटिलेटर आदि की सुविधा भी बढ़ाने पर जोर दिया है। ताकि यहां आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकें। साथ ही टाउनशिप में स्थिति बीएसपी के जितने भी स्वास्थ्य केंद्र हैं। उन्हें भी एनजीओ को देकर डेवलप कर सुविधाएं बढ़ाने की रूप रेखा तैयार की गई । ताकि इन स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना मरीजों की भर्ती कर उनका इलाज किया जा सकें।