अपनी जान जोखिम में डाल काम करने वाले योद्धाओं को बीमा,बेहतर इलाज मुहैय्या कराये सरकार एवं मृत्यु पर मुवावजा व परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी दे सरकार- अमित साहू

दैनिक वेतनभोगी टेक्नीशियन ओमप्रकाश चौहान की कोरोना संक्रमण से असमय निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त कर सरकार से सुध लेने, बकाया वेतन भुगतान व उचित मुवावजा देने की रखी मांग

रायपुर। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने प्रदेश सरकार से फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स की सुध लेने और अपनी जान जोखिम में डाल कर संक्रमण के खतरों के बीच काम करने वाले डॉक्टर्स, टेक्नीशियन, नर्सेस और अन्य योद्धाओं का बीमा करने एवं संक्रमित होने पर बेहतर इलाज मुहैय्या करवाने और संक्रमण से मृत्यु होने पर तत्काल परिवार को मुवावजा देने व परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी देने की मांग की हैं।

भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने कहा कि फ्रंट लाइन वारियर्स के बीमा इलाज और उचित मुवावजे की मांग भारतीय जनता पार्टी लगातार कर रही है परंतु असंवेदनशील प्रदेश सरकार को हमारे योद्धाओं की फिक्र ही नहीं हैं। उन्होंने मेडिकल कालेज में पिछले एक वर्ष से कोरोना जांच कर रहे टेक्नीशियन ओमप्रकाश चौहान की कोरोना संक्रमण से असमय निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले दिनों दैनिक वेतनभोगी टेक्नीशियन ओमप्रकाश का कोरोना से निधन हो गया और दुर्भग्यपूर्ण बात यह है की हम सभी के लिए अपनी जान जोखिम में डाल कर कोरोना जांच करने वाले ओमप्रकाश जैसे दैनिक वेतनभोगी कर्मियों की सरकार को कोई फिक्र ही नहीं है और ना ही उसके परिवार की सुध लेने की चिंता। भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के लिए काम करने वाले और हम सभी के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले दैनिक वेतनभोगी ओमप्रकाश के परिवार को 3 माह के बकाया वेतन के लिए भटकना पड़ रहा है प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक बात हो ही नहीं सकती।

भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से दैनिक वेतनभोगी ओमप्रकाश के विषय को गंभीरता से लेने एवं तत्काल परिजनो को 3 माह का बकाया वेतन सहित उचित मुवावजा देने एवं पीड़ित परिवार के किसी एक सदस्य को शासकीय नौकरी देने की मांग की है। उन्होंने प्रदेश में कार्यरत सभी फ्रंट लाइन वारियर का बीमा करने, अनियमित व दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को नियमित करने एवं संक्रमण के खतरे को देखते हुए उनके बेहतर इलाज़ की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग प्रदेश सरकार से की है।