मजबूत इच्छाशक्ति और बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलने से श्रीमती राजेश्वरी ने दी कोरोना को मात

50 साल की आयु, थायराइड एवं बीपी की बीमारी, अस्पताल में भर्ती होने पर आक्सीजन लेवल 85, फिर भी 14 दिन बाद जीत ली कोविड की जंग

आक्सीजन की स्थिति और कोमार्बिडिटी की वजह से असाधारण थी यह रिकवरी

कोरोना से निपटने के लिए चिकित्सकीय परामर्श के साथ सकारात्मक सोच रखना भी जरूरी

रायपुर 24 अप्रैल 2021/ कोरोना संक्रमण की चुनौतियों के बीच भी मेडिकल टीम लोगों को बेहतर चिकित्सा देने में जुटी हुई है। इनके प्रयासों के चलते गंभीर स्थिति में भर्ती मरीज भी पूरी तरह से स्वस्थ हो रहे हैं।

इनमें से कुछ मरीजों की कहानी बड़ी विलक्षण रही, जिन्होंने अस्पताल प्रबंधन की मेहनत और अपने हौसले से कोविड की जंग जीत ली।

बिलासपुर जिले के मस्तूरी ब्लॉक में रहने वाली 50 वर्षीय श्रीमती राजेश्वरी यादव भी इनमें से ही एक है। इसी माह की 2 तारीख को उन्हें जब बिलासपुर जिला चिकित्सालय में लाया गया तब उनकी स्थिति काफी खराब थी।आक्सीजन लेवल 85 तक चला गया था। दिक्कत यह थी कि श्रीमती यादव के साथ कोमार्बिडिटी भी जुड़ी थी। उन्हें थायराइड एवं बीपी की समस्या थी। कुछ दिन पहले ही उन्हें टायफायड भी हुआ था। मुश्किल मामले में डाक्टरों ने कड़ी मेहनत की और स्वस्थ होने के बाद वे डिस्चार्ज हो गई।

श्रीमती यादव की तरह अन्य लोग भी बड़ी संख्या में रिकवर हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना से निपटने के लिए चिकित्सकीय परामर्श के साथ सकारात्मक सोच रखना भी जरूरी है। वे डाक्टरों को धन्यवाद देते हुए कहती हैं कि विपरीत परिस्थिति में भी डॉक्टरों से सही उपचार मिलने से वे आज स्वस्थ हैं।