राम मंदिर के चंदे का दुरूपयोग अधर्म, पाप व हम सबकी आस्था का अपमान

देते हैं जो भगवान को धोखा, इंसां को क्या छोड़ेंगे?

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राम मंदिर और कौशिल्या माता मंदिर के लिये सवा-सवा लाख रू. की राशि दी थी

रायपुर/14 जून 2021। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा और संघ के लोग देते है भगवान को धोखा इंसां को क्या छोड़ेंगे? राममंदिर जन्मभूमि ट्रस्ट के लिये 2 करोड़ रूपयें में एक जमीन की शाम को 7 बजे लिखा पढ़ी होती है और सवा सात बजे ट्रस्ट द्वारा वही जमीन साढ़े 18 करोड़ में खरीद ली जाती है। राम मंदिर के जमीन में साढ़े 16 करोड़ का घोटाला हुआ और साढ़े 16 करोड़ रूपये की ही राशि लगभग छत्तीसगढ़ से राम जन्मभूमि मंदिर के लिये एकत्र की। छत्तीसगढ़ के लोगों ने, माताओं-बहनो ने, श्रद्वालुओं ने, जनप्रतिनिधियों ने यहां तक की हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने भी गोपनीय रखते हुये सवा लाख रूपये राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिये दान दिया था। ये लोगों की आस्था का विश्वास था, छत्तीसगढ़ के लोगों का विश्वास राम को छत्तीसगढ़ का भांजा मानने वाले लोगों का विश्वास को राम जन्मभूमि ट्रस्ट के घोटाले से धक्का लगा है। ठेस पहुंची है। हम छत्तीसगढ़ में चंदा इकट्ठा करने वाले भाजपा और संघ के नेताओं से पूछना चाहते है कि वे जवाब दें कि यह घोटाला हुआ है और किन-किन मामलों में यह घोटाला किया। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने आगे कहा कि राम मंदिर के चंदे का दुरूपयोग अधर्म, पाप व उनकी आस्था का अपमान है। इस घोटाले के सामने आने से यह साफ हो गया है कि ट्रस्ट के लोग मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम के चरित्र से एक शब्द भी नहीं सिख पायें। उल्टा श्री राम निर्माण के लिये एकत्रित हुये चंदे का घृणित दुरूपयोग व मंदिर जमीन खरीदने में करोड़ों का घोटाला अब जगजाहिर है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने जो चेक दिया था राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिये सवा-सवा लाख रूपयें का उस चेक की फोटो और चेक की बैंक में जमा होने की रसीद और मुख्यमंत्री जी द्वारा संचार विभाग के सदस्य आरपी सिंह के माध्यम से यह राशि भेजी गयी। चेक को लेते हुये उनकी फोटो ये सारी चीज आज मैं पूरी जवाबदारी के साथ पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरे विश्वास के साथ सार्वजनिक कर रहा हूं। हमारे आराध्य भगवान राम के प्रति हम सबकी श्रद्धा हमारे प्रदेश की मुखिया की श्रद्धा का भाजपा और संघ के लोगों ने ये हाल किया है। यह बेहद दुखद और आपत्तिजनक है।
राम मंदिर के लिये भाजपा ने पूरे देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में भी खूब चंदा इकट्ठा किया। श्रद्धालुओं ने अनेक कांग्रेस नेताओं ने, विधायकों ने इसमें अपनी मदद दी। अपनी राशि दी। भगवान राम के मंदिर के लिये अपना श्रद्धापूर्वक योगदान किया। अयोध्या में शाम 7 बजे 2 करोड़ में एक जमीन खरीदी जाती है और सवा 7 बजे वो जमीन साढ़े 18 करोड़ में राम मंदिर ट्रस्ट को बेच दी जाती है। भगवान राम के मंदिर के लिये, लिये गये चंदे का ऐसा दुरूपयोग ऐसा करोड़ों का घोटाला पाप और अधर्म है। भगवान राम को हम छत्तीसगढ़ के लोग अपना भांजा मानते है। माता कौशिल्या छत्तीसगढ़ की थी। भगवान राम के मंदिर निर्माण में जो ये गड़बड़ी उजागर हुयी है, यह हम छत्तीसगढ़ के लोगों के लिये असहनीय है। नाकाबिले बर्दास्त है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि श्री राम मंदिर निर्माण के ट्रस्ट का गठन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार 5 फरवरी 2020 को हुआ। उपरोक्त तथ्यों से साफ है कि करोड़ों लोगों द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिये दान राशि में घोर महापाप, अधर्म व घोटाला हुआ है। पर प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदी जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर ट्रस्ट का गठन किया पूरी तरह से चुप है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधानमंत्री से 3 सवाल
1 क्या भगवान राम की आस्था का सौदा करने वाले पापियों को मोदी जी का संरक्षण प्राप्त है?
2 मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम जिनके वचनों की, मर्यादा की, आदर्श मूल्यों की, नैतिक आचरण की कसमें खाई जाती हैं, उनके नाम पर इतना बड़ा कदाचरण भाजपा नेताओं ने कैसे किया,
3 इस प्रकार की और कितनी मंदिर निर्माण के चंदे से औने-पौने दामों पर खरीदी गई है?
देश के करोड़ों लोगों की आस्था के प्रतीक भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण के इस ट्रस्ट का गठन देश की सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से किया गया है। जब यह घोटाला और इसके तथ्य सामने हैं, तो देशवासियों की ओर से हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री उपरोक्त सवालों का देश को जवाब दें तथा देश के मुख्य न्यायाधीश व सुप्रीम कोर्ट पूरे मामले का संज्ञान लेकर सुप्रीम कोर्ट मॉनिटर्ड जांच करवाएं। इसके साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट मंदिर निर्माण के चंदे के रूप में सारी प्राप्त राशि व खर्च का सुप्रीम कोर्ट के तत्वाधान में ऑडिट करवाए तथा मंदिर निमार्ण के लिये चंदे से खरीदी गई सारी जमीन की कीमत के आंकलन बारे में भी जांच करें तथा सुप्रीम कोर्ट सब देशवासियों व भक्तजनों के समक्ष वह ऑडिट रिपोर्ट सार्वजनिक करें। यही भगवान श्री राम के चरित्र, नैतिक मूल्यों और आदर्शों का अनुसरण होगा।