चिकनी से लांजीत पहुँच मार्ग चढ़ता भ्रष्टाचार की भेंट ,पेड़ हुए ठूंठ हुए तब्दील ,बाल बाल बची जान

सूरजपुर (अजय तिवारी): जिले का ओड़गी ब्लॉक मुख्यालय भ्रष्टाचार का गढ़ बन गया है जहाँ पर ठेकेदार दबंगई से अपने मनमर्जी से निर्माण कार्य कर रहे है । जिसे देखते हुए यह कहना गलत न होगा की ओड़गी ब्लॉक विभागीय अधिकारियों के संरक्षण में ठेकेदारो के लिए चारागाह बन गया है जिससे इनके हौसले तो इतने बुलंद हो गए है की यह किसी की भी जान ले सकते है।

मामला ब्लॉक मुख्यालय अंतर्गत लांजीत चिकनी पहुँच मार्ग सड़क का है जो की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना विभाग का है जिसमे व्यापक पैमाने पर ठेकेदार द्वारा सभी नियम कानून को दरकिनार रख कर गुनवत्ताविहीन निर्माण कार्य कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है जिसे देखकर कोई भी व्यक्ति आसानी से अंदाजा लगा सकता है की शासन द्वारा सड़क निर्माण हेतू स्वीकृत करोड़ो रूपये को विभाग के अधिकारियो ,कर्मचारियों की मिलीभगत से किस कदर बन्दर बाट कर ठेकेटर द्वारा घटिया सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। पुलिया और नाली निर्माण में नियमानुसार गिट्टी सीमेंट बालू का मिश्रण नही किया जा रहा है जिसे देखकर ही कोई भी व्यक्ति बता सकता है इसके बावजूद भी पूर्ण रूप से पुष्टि करने के लिए मीडियाकर्मियों ने
मौके पर एकझास मशीन में काम कर रहे मजदूर से जब पूछा की एक बार मसाला बनाने मे मशीन में कितने बोरी सीमेंट डाल रहे हो तो उसने बताया की 5 बोरी ठेकेदार ने बताया है उतना ही डाला जा रहा है यही समान बात पुलिया में काम कर रहे राजमिस्त्री ने भी बताया ।

पेड़ो की की जा रही अंधाधुंध कटाई

ठेकेदार द्वारा पुलिया और नाली निर्माण कार्य में सेंट्रिंग में जिस लकड़ी का उपयोग किया जा रहा है वह भी जंगल में खड़े पेड़ो को ही काटकर किया जा रहा है ।अपने आवश्यकतानुसार छोटे बड़े पेड़ो को काटकर उपयोग किया जा रहा है जिसमे से कुछ बड़े पेड़ तो सड़क के कुछ ही दूरी पर धरासाई पड़े हुए आज भी दिखाई दे रहे है ।

अवैध उत्तखनन कर निकाला जा रहा गिट्टी मुरुम ,शासन को लगाया लाखो का चूना

ठेकेदार द्वारा बिना किसी वैध दस्तावेज या स्वीकृति प्राप्त किये ही वन विभाग व वन विकास निगम के जंगल में अवैध उत्खनन कर मुरुम व गिट्टी भी निकाला जा रहा है ।ताज्जुब की बात तो यह है की सड़क से कुछ गई दूरी पर जगह जगह जेसीबी मशीन लगाकर अवैध मुरुम उत्खनन किया जा रहा है वहीं ठेकेदार द्वारा भारी मात्रा में बालू भी एकत्रित कर रखा गया है जिसके सम्बन्ध में भी ग्रामीणों ने दस्तावेज का मांग किया जो कि मौके पर उपस्थित कर्मचारी द्वारा नही दिखाया गया जिससे स्पष्ट होता है की न तो ठेकेदार ने मिट्टी- मुरुम और न ही गिट्टी उत्तखनन का ही लीज लिया है और न ही बालू उत्खनन का ।जब ग्रामीणों को इस बात की पुष्टि गो गयी तो अधिकारियों को भला कैसे नही होगी लेकिन इसके बावजूद भी आजतक किसी भी सम्बन्धित जिम्मेदार अधिकारी ने उत्तखनन से सम्बंधित कोई भी दस्तावेज जांच करना उचित नही समझा जिससे पूर्ण रुप से स्पष्ट होता है की अधिकारीयो ने ही ठेकेदार के हौसले को बुलंद किया है जिस कारण ही शासन को प्राप्त होने वाले लाखों रुपये के रायल्टी का भी नुकसान हो रहा है।

मीडियाकर्मियों ने भाग कर बचाई अपनी जान

बीते दिन जब विश्वशनीय सूत्रों से स्थानीय मीडिया को जानकारी प्राप्त हुआ कि सड़क निर्माण कार्य मे अनियमितता , भ्रष्टाचार तो हावी है साथ ही वन विभाग के जमीन को भी ठेकेदार द्वारा खुदाई किया जा रहा है जिसमे असंख्य छोटे बड़े पेड़ है ।जिसकी सूचना पर ग्रामीणों के साथ मिडिया कर्मियों ने मौके पर जाकर देखा की ग्राम मयूरधक्की में सड़क के किनारे ही मुरुम निकालने हेतु एक टीला में जेसीबी मशीन लगाया गया था जो की उस पहाड़ीनुमा टीले से मुरुम उत्तखनन कर रहा था साथ ही वहां पर चार ट्रैक्टर भी खड़े थे जिसमें मशीन द्वारा लोडिंग किया जा रहा था। मीडिया कर्मियों के समक्ष ग्रामीणों ने जेसीबी आपरेटर से उसके द्वारा किये जा रहे उत्तखनन के सम्बंध में दस्तावेज का मांग किया लेकिन कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नही कराया गया और उसके द्वारा सिर्फ यही बताया गया की यह जेसीबी महुली (बिहारपुर )निवासी सुरेंद्र जायसवाल का है जिसका चेसिस क्रमांक NDZAC2FFEG6F49883 है जिसके द्वारा ही मुझे यहां पर खुदाई करने को कहा गया है ततपश्चात मीडिया कर्मियों में इसकी सूचना तत्काल नायब तहसीलदार ओड़गी सालिकराम गुप्ता तथा वन विभाग के अधिकारियों को दिया जिनके द्वारा बोला गया की मौके पर पहुचकर कार्यवाही करते है ।इसी बातचीत के दौरान जेसीबी आपरेटर ने अपने जेसीबी को मीडिया कर्मियों के बीच से खतरनाक तरीके से लेकर भाग निकला जिसमे एक मीडिया कर्मी को धक्का भी लगा जिससे वह दो तीन फीट की दूरी पर जा फिर लेकिन वहां पर मिट्टी होने के कारण गम्भीर चोट नही आई । शेष मीडिया कर्मी भी नही भागते तो जेसीबी आपरेटर न जाने कितने लोगो की वही समाधि बना देता ।
मामले की लिखित शिकायत ओड़गी थाने में दर्ज कराई गई है जिसमे अभी तक कोई कार्यवाही सामने नही आई है।

वहीं वन विकास निगम क्षेत्र में अवैध उत्तखनन होने के सम्बंध में विभाग के एसडीओ पांडेय जी से उनके मोबाइल पर सम्पर्क कर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया किन्तु उनके द्वारा फोन रिसीव नही किया गया जिससे उनका पक्ष ज्ञात नही हो सका

रेंजर ,एसडीओ को मौके पर भेजकर मुआयना कराया जाएगा यदि ठेकेदार द्वारा विभाग के क्षेत्र में उत्तखनन किया गया है तो उसके विरुद्ध तत्काल कार्यवाही की जाएगी ।

तायवाड़े जी
डी.एम.
वन विकास निगम अम्बिकापुर

एसडीओ और इंजीनियर आज ही उक्त निर्माण कार्य के निरीक्षण में गए हुए थे फिर भी यदि ठेकेदार द्वारा गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य किया जा रहा है तो उसमें तत्काल जांच करवाता हूँ अगर पुष्टि हो जाती है तो ठेकेदार के विरुद्ध ठोस कार्यवाही की जाएगी।

सोहन चंद्रा
ई. ई.
पीएमजीएसवाई
सूरजपुर

ग्रामीणों ,मीडिया कर्मियों के साथ मैं भी मौके पर उपस्थित था । जेसीबी आपरेटर मयूरधक्की में अवैध उत्तखनन कर रहा था ।उत्तखनन के सम्बंध में दस्तावेज का मांग किया गया लेकिन उसके द्वारा कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नही कराया गया । ग्राम पंचायत से ठेकेदार द्वारा उत्तखनन के सम्बंध में किसी भी प्रकार का प्रस्ताव या अनुमति नही लिया गया है और न ही कोई जानकारी दी गयी है ।

इंद्र प्रसाद
सरपंच
ग्रामपंचायत मयूरधक्की

पत्रकारों के कार्य मे बाधा उतपन्न करने तथा पत्रकारों पर जेसीबी चढ़ाने के मामले में यदी पुलिस द्वारा दोषियों पर यथाशीघ्र कार्यवाही नही की गई तो पत्रकार सुरक्षा समिति माननीय गृह मंत्री को इस मामले से अवगत कराते हुए प्रदेश व्यापी आंदोलन करेगा ।

गोविंद शर्मा
प्रदेश अध्यक्ष
पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीशगढ़