गरियाबंद : स्वीकृत प्रकरणों को बैंक शीघ्रता से ऋण राशि वितरित करें- कलेक्टर

गरियाबंद : बैंकों के कामकाज से संबंधित जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं परामर्शदात्री समिति की बैठक में कलेक्टर श्री निलेशकुमार क्षीरसागर ने सभी बैंकर्स से कहा है कि वे शासकीय योजनाओं के तहत बैंकों में भेजे गये प्रकरणों को प्राथमिकता से स्वीकृत करें। बैंकर्स भी स्वयं प्रकरण स्वीकृत करने पहल करें तथा स्वीकृत प्रकरणों का वितरण भी सुनिश्चित करें।

कलेक्टर ने बैंकर्स को निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप तय समय-सीमा में प्रकरण स्वीकृत करने के निर्देश दिये। बैंको में विभागों द्वारा प्रस्तुत ऋण प्रकरण मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर स्वीकृति की पहल करें। छोटे एवं समूहों के लोन प्रकरणों को शीघ्रता से स्वीकृत करते हुए उन्हें लोन उपलब्ध करायें। बैठक के प्रारंभ में पिछली बैठक में दिये गये निर्देशों के पालन प्रतिवेदन पर चर्चा की गई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि एम.व्ही पेढारकर, बैंक ऑफ बड़ौदा के रिजनल मैनेजर सुनील त्रिवेदी, नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक प्रियब्रत साहू, अग्रणी बैंक अधिकारी राजीव रंजन एवं जिले के बैंकर्स व संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

समिति की तिमाही बैठक में जिले में बैंकिंग एवं विकास के आधारभूत आंकड़ों की प्रस्तुतिकरण करते हुए उनकी विस्तृत समीक्षा की गई। कलेक्टर श्री निलेशकुमार क्षीरसागर ने जिन बैंको का नगदी जमा अनुपात 40 प्रतिशत से कम है उन्हें कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बैंकों के कामकाज का सही विशलेषण के लिए सही आंकड़े प्रस्तुत करें। कलेक्टर ने शासकीय प्रायोजित योजना अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, जिला अंत्योदय स्वरोजगार एवं आदिवासी स्वरोजगार योजना, ग्रामोद्योग, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, डेयरी, मत्स्य पालन से संबंधित प्रकरणों का शीघ्रता से ऋण स्वीकृत करने के लिए बैंकर्स को अतिरिक्त पहल करने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि वित्तीय जागरूकता शिविर के तहत हर बैंक शाखा माह में कम से कम एक शिविर का आयोजन करें। प्रधानमंत्री जनधन खातों में लेनदेन बढ़ाने तथा बीमा का नियमित भुगतान करने भी कहा गया है।

सभी विभागों को कहा गया है कि वे लक्ष्य के डेढ़ गुणा प्रकरण बैंकों को प्रेषित करें। प्राप्त बैंक प्रकरणों को समय पर स्वीकृति प्रदान करें और प्रकरण निरस्त होने पर कारण सहित जानकारी हितग्राहियों को देना सुनिश्चित करें। बैठक में अनुपस्थित रहे बैंकर्स और अधिकारियों को नोटिस देने के निर्देश दिये गये है। बैठक में जानकारी दी गई कि जिले में 13 बैंकों के कुल 54 शाखाएं कार्यरत है। मार्च 2021 तिमाही में ऋण जमानुपात 46.57 प्रतिशत रहा। जिले में प्रधानमंत्री जनधन के 4 लाख 44 हजार 295 खाते है। जिले में कुल 32 ए.टी.एम मशीन एवं 111 पीओएस मशीन के माध्यम से लेनदेन होता है।