छत्तीसगढ़ में जे.एस.पी.एल. निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा जीएसटी अदाकर्ता

नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जेएसपीएल की छत्तीसगढ़ इकाई को सीजीएसटी के प्रिंसिपल कमिश्नर ने किया सम्मानित

रायपुर: किसी के जीवन में ऐसा ऐतिहासिक पल कम ही आता है जब स्वतंत्रता दिवस हो, तिरंगा फहराकर राष्ट्र निर्माण का संकल्प लेने का अवसर हो और उसी समय उसे सबसे बड़ा करदाता घोषित कर दिया जाए। श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के साथ देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर यह संयोग हुआ है। सी.जी.एस.टी. के प्रिंसिपल कमिश्नर श्री बी.बी. महापात्रा ने जेएसपीएल-छत्तीसगढ़ को प्रदेश में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा जीएसटी अदाकर्ता घोषित करते हुए कल उसे सम्मानित किया। इसके साथ ही जेएसपीएल-छत्तीसगढ़, सेल-भिलाई के बाद प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा जीएसटी अदाकर्ता भी बन गया है।

यह सम्मान कंपनी के छत्तीसगढ़-सीओओ श्री दिनेश कुमार सरावगी ने प्राप्त किया और चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल एवं समस्त जेएसपीएल परिवार को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। सम्मान के इस अवसर पर जेएसपीएल के रायपुर में प्रेसिडेंट श्री प्रदीप टंडन और रायगढ़ में फाइनेंस हेड श्री विकास कुमार भी उपस्थित थे।

श्री सरावगी ने इस अवसर पर बताया कि राष्ट्र सेवा के प्रति समर्पित जेएसपीएल-छत्तीसगढ़ ने जून 2017 से जून 2021 तक जीएसटी के रूप में करीब 5400 करोड़ रुपये की अदायगी की। कर अदायगी और कर नियमों के अनुपालन में तत्परता और समर्पित योगदान के लिए जेएसपीएल-छत्तीसगढ़ को देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सम्मानित करने के सरकार के निर्णय से हमें हौसला मिला है।

उन्होंने बताया कि चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल जी एवं प्रबंध निदेशक श्री वी.आर. शर्मा के निरंतर मार्गदर्शन और उनकी दूरदृष्टि सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुपालन के लिए हमें सदैव प्रेरित करती है। यह श्री जिन्दल का ही नेतृत्व है कि जेएसपीएल-छत्तीसगढ़ का कोई भी जीएसटी संबंधी कानूनी विवाद किसी भी अदालत में नहीं है और हम पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कर नियमों का अनुपालन कर रहे हैं।

यह सम्मान समारोह जीएसटी आयुक्तालय, रायपुर में आयोजित हुआ जिसमें जीएसटी बार एसोसिएशन, सीए इंस्टीट्यूट शाखा प्रमुख, यूआरएलए एसोसिएशन के सम्मानित सदस्य एवं चेयरमैन, सी.आई.आई. और फिक्की के सदस्यों के साथ-साथ जीएसटी विभाग के अनेक उच्च अधिकारी उपस्थित थे। श्री सरावगी और श्री टंडन ने इस उपलब्धि पर सभी को बधाई दी है।