पटना : लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शनिवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पटना स्थित सरकारी आवास 10, सर्कुलर रोड पर पार्टी की राज्य संसदीय दल, केंद्रीय संसदीय दल और विधानमंडल दल की बैठक हुई. पहली बार संसदीय बोर्ड की बैठक लालू प्रसाद की गैर मौजूदगी में हुई. वहीं, सभी बैठक में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मौजूद रहे. लेकिन, उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव विधायकों की बैठक में मौजूद नहीं थे.
जिसके बाद राष्ट्रीय जनता दल और बिहार की सक्रिय राजनीति में लालू के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव की सहभागिता को लेकर फिर से सवाल खड़े होने लगे हैं. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजद की शनिवार को कई घंटों तक चली अहम बैठक से लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव गायब दिखे. वहीं पार्टी के नेता जगदानंद सिंह, अब्दुल बारी सिद्दीकी, शिवानंद तिवारी, आलोक मेहता, मीसा भारती, भाई वीरेंद्र, मंगनीलाल मंडल, गौतम सागर राणा, सांसद मनोज झा आदि मौजूद हुए.
इस बैठक में टिकट बंटवारे से लेकर महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर फैसला लेने के लिए लालू प्रसाद को ही अंतिम फैसला लेने को अधिकृत करने का निर्णय लिया गया. केंद्रीय संसदीय बोर्ड ने पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद को लोकसभा व विधानसभा उपचुनाव में उम्मीदवार चयन करने और समान विचार वाले दलों से बातचीत करने के लिए अधिकृत कर दिया.