छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विकास तिवारी ने पूर्व कलेक्टर एवं भाजपा नेता ओपी चौधरी द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सोशल मीडिया में लिखे गये पत्र का शालिनता पूर्वक जवाब देते हुये कहा कि
प्रिय बड़े भैया श्री ओम प्रकाश चौधरी जी सादर प्रणाम,
आपको ओपी सर बोलते थे पर जब से आप राजनीति में आये हैं आपको सभी “भैया“ संबोधित करते हैं। मैं समझता हूं आपको बुरा नहीं लगेगा और मैं आपका एक बड़ा प्रशंसक भी रहा हूं। ओपी भैया आपका पत्र जो आपने अपने भूपेश सर को लिखा है उसे पढ़कर खुशी हुई और बहुत सारी नई कहानी पढ़ने का अवसर भी मिला।
ओपी भैया पर जहन में ख्याल आया कि आप तो इस छत्तीसगढ़ महतारी के सपूत हैं, आपने पंद्रह साल बीजेपी सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की लूट-खसोट, जालसाजी, धोखाधड़ी, कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार को काफी करीब से देखा भी है और आप खुद इसके साक्षी भी रहे हैं। आप तो बहुत अच्छे से जानते हैं कि जिला न्यास निधि (डीएमए फंड) में किस प्रकार का घोटाला और करोड़ो-अरबो रुपयों का कमीशन खोरी भाजपा की रमन सरकार किया करती थी।
ओपी भैया आप के अपने छत्तीसगढ़ राज्य में सबसे अधिक बेरोजगारी (25 लाख पंजीकृत इतने ही अपंजीकृत बेरोजगार), सबसे अधिक झुग्गी-झोपड़ी पूरे देश भर में (39.5þ प्रदेश वासी गरीबी रेखा ने नीचे), खराब स्वास्थ्य एवं शिक्षा व्यवस्था, सिंचित भूमि बहुत कम (36þ) इस विषय का भी उल्लेख आप को अपने प्रिय भूपेश सर को लिखे पत्र में करना था।
ओपी भैया शायद मैं आपसे उम्मीद कर रहा था कि इस पत्र में आप छत्तीसगढ़ महतारी के दुर्दांत दिनों की भी व्याख्या करेंगे उल्लेख करेंगे जिसमे नसबंदी कांड, झारियामरी कांड, मीना खलखो हत्याकांड और प्रदेश से रमन राज में गायब हुई हजारो बेटियों का मर्म का भी उल्लेख करेंगे पर लेकिन निराशा हाथ लगी।
ओपी भैया मैं समझ सकता हूं कि निश्चित ही आपकी अपनी राजनीतिक मजबूरियां होंगी। पर आप छत्तीसगढ़ के लोगों को रमन सरकार के समय जो बाहरी लोगों को प्रश्रय देकर छत्तीसगढ़ राज्य में लूट-खसोट करने की खुली छूट दी थी इस पर भी आप आइना दिखा पाते तो ओपी भैया आप छत्तीसगढ़ महतारी के ऋण से उऋण हो सकते थे।