ग्वालियर : जहां सभी दल अपना अपना घोषणापत्र जारी कर रहे हैं, वहीं चंबल क्षेत्र को बचाने के लिए चंबल मेनिफेस्टो जारी किया गया। ‘चंबल मेनिफेस्टो 2019’ को बीहड़ से संसद तक का सफर तय करने वाली फूलन देवी की मां मुला देवी ने जारी किया। जालौन स्थित गांव शेखुपुरा गुढ़ा में जारी इस मेनिफेस्टो में जालौन (यूपी) से लेकर मध्यप्रदेश, राजस्थान के बीच चंबल के विकास के लिए कई सुझाव दिए गए हैं। चंबल में फिल्मसिटी बनाने की भी मांग की गई है।
चंबल के हालात अब भी बेहद खराब हैं। कई जगह तो पानी तक नदियों से पिया जाता है। फूलन की मां भी मुफलिसी का जीवन जी रही हैं। ऐसा तब है, जब फूलन की धमक संसद तक थी। मुला देवी ने कहा कि उन्होंने बचपन से चंबल का इलाका जैसा देखा है, आज भी वैसा ही है। लोगों से बात कर चंबल मेनिफेस्टो बनाने वाले ऐक्टिविस्ट शाह आलम बताते हैं कि चंबल बड़े बदलाव की राह देख रहा है।
ये हैं सुझाव
चंबल की बुनियादी समस्याओं का अध्ययन और तत्काल निदान के लिए ‘चंबल आयोग’ बने।
चंबल की ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित कर पर्यटन मानचित्र से जोड़ा जाए।
चंबल विशेष पैकेज के तहत ‘चंबल विकास बोर्ड’ का गठन किया जाय और लोकनायक जेपी के सुझावों को जमीन पर उतारा जाए।
यूपी के लिए
सुल्तानपुरा पर पक्का पुल बनाया जाए, जो रामपुरा से भिण्ड व इटावा को जोड़ता है
शेखपुरा गांव में फूलन देवी की अंतिम इच्छा पूरी करते हुए इंटर कॉलेज खुले
औरैया
जूहिखा के पास इंटर कॉलेज/ टेक्निकल कॉलेज खोले जाएं।
चंबल की अग्रवाहिका यमुना के ऐतिहासिक शेरगढ़ घाट पर क्रांति स्मारक बने।
सैनिक स्कूल की स्थापना हो।
चंबल भाषा अकादमी की स्थापना हो।
बाह को जिला मुख्यालय बनाया जाए।