दंतेवाड़ा हमले के बाद अभिनेता की अखिलेश पांडे ने नक्सलियों के द्वारा की गई इस घटना को उनकी कुंठित मानसिकता का परिचायक बताया और इसे एक कायराना हरकत बताया उन्होंने कहा की इस घटना में शहीद हुए विधायक व 4 जवानों को जिस तरह मारा गया वह नक्सलियों की बौखलाहट को दर्शाता है और इस हमले से एक बात साफ नजर आती है कि बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों का दबदबा कम हो गया है और ऐसे हमले करके वह अपने दबदबे को पुनः बनाना चाहते हैं परंतु अब बस्तर के लोग जागरूक हो चुके हैं और समाज की मुख्यधारा से जुड़ने लगे हैं और इसी वजह से नक्सलियों में अपना अस्तित्व बचाने का खौफ पैदा हो गया है और इसलिए वह इस तरह की कायराना हरकत करते हैं और बेकसूर मासूम लोगों की हत्या कर अपने आप को ना जाने क्या बताने का प्रयास करते हैं जब हमने इस घटना के बारे में उनसे बात की तब वह बड़े ही भावुक मन से बोले की यह हमारा दुर्भाग्य है की अपने ही लोग आज गुमराह होकर आतंक का रास्ता पकड़ रहे हैं और अपने ही लोगों को मार रहे हैं अब वक्त आ गया है कि इन्हें या तो समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाए और नक्सलिज्म को पूरी तरह से जड़ से खत्म किया जाए क्योंकि छत्तीसगढ़ ने ना जाने कितने बेकसूर लोगों को खोया है अब वक्त आ गया है इन गुमराह लोगों को सही रास्ते में लाने का और कोशिश होनी चाहिए की दोबारा इस तरह की घटना की पुनरावृति ना हो क्योंकि जब जवान शहीद होता है तब उस जवान के साथ एक पूरा परिवार बिखर जाता है मां बाप की आंखों का चिराग चला जाता है बच्चे यतीम हो जाते हैं और पत्नी विधवा हो जाती है और जवान के शहीद होने के बाद उसका परिवार ताउम्र इसी गम के साथ जीता है इसलिए अब यह कोशिश होनी चाहिए की एक भी जवान इन नक्सली हमलों में शहीद ना हो