भोपाल : भोपाल लोकसभा सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ भाजपा कट्टर हिंदूवादी चेहरे को उतार सकती है। इसी के चलते भाजपा इस सीट से केंद्रीय मंत्री उमा भारती एवं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के नामों पर मंथन कर रही है ताकि अपने इस गढ़ को कांग्रेस द्वारा सेंध लगाने से बचाया जा सके।
कुछ महीने पहले उमा भारती के लोकसभा चुनाव लड़ने से मना करने के बावजूद राजनीतिक गलियारों में चर्चा चल रही है कि उमा या प्रज्ञा में से कोई एक भोपाल सीट पर भाजपा का प्रत्याशी हो सकता है। करीब 18 लाख मतदाताओं वाली भोपाल संसदीय सीट पर करीब 4.5 लाख मुस्लिम मतदाता हैं। यदि ऐसा होता है तो भाजपा इस सीट पर वोटों का ध्रुवीकरण करेगी ताकि दिग्विजय जैसे मजबूत उम्मीदवार को हराया जा सके। वर्ष 1989 से भोपाल लोकसभा सीट भाजपा का गढ़ रही है।
राघौगढ़ राजघराने से ताल्लुक रखने वाले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय अपने गृह जिले स्थित राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन कमलनाथ ने उन्हें मुश्किल सीट भोपाल पर चुनाव लड़ने को कहा। दिग्विजय को उनके पूर्व में दिए गए बयानों में संघ परिवार पर बार-बार हमला करने के लिए कट्टर हिंदूवादी उन्हें हिंदू विरोधी मानते हैं। उमा इससे पहले वर्ष 1999 में भी भोपाल सीट से सांसद रह चुकी है। उस वक्त उमा ने कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी को 1.68 लाख से ज्यादा मतों से पराजित किया था। बता दें कि कांग्रेस ने वर्ष 1984 में हुए लोकसभा चुनाव में भोपाल सीट जीती थी। तब इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में कांग्रेस की लहर थी, जिसके चलते भोपाल से केएन प्रधान जीते थे।