राहुल गांधी के सम्बंध में गलत बयानी कर शाह ने अपने अशिष्ट संस्कारो का परिचय दिया : कांग्रेस

शाह बतायें भाजपा को जीतने की तमन्ना रखने वाले इमरान मोदी के क्या लगते हैं ?

रायपुर। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा तखतपुर की चुनावी सभा मे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सम्बंध में दिए गए भाषण को कांग्रेस ने शाह के अशिष्ट संस्कारों का परिचय बताया है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अदालत द्वारा तड़ीपार घोषित किये गए व्यक्ति से मर्यादित आचरण की उम्मीद भी नही की जा सकती है। जिन राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी और दादी इंदिरा गांधी की आतंकवादी हमले में शहादत हुई हो। जिनके परनाना पंडित जवाहर लाल नेहरू देश की आजादी के लिए 12 वर्षो तक अंग्रेजी हुकूमत की जेलों में कैद रहे हो। ऐसे राहुल गांधी की रिश्तेदारी पाकी आतंकवादियो से जोड़ कर तंज कोई मानसिक बीमार ही कर सकता है। जिनकी पार्टी की सरकार में देश की संसद में आतंकवादी हमले हुए हो। जिनके विदेशमंत्री आतंकवादियों को विशेष विमान में कन्धार छोड़ आये हो, ऐसे लोग कांग्रेस को आतंक से लड़ने की सीख न दें। शाह बताएं आतंकी अजहर मसूद भाजपाइयों की कौन सी रिस्तेदारी में आता था जिसे भाजपा की सरकार ने जेल से निकाल कर कन्धार छोड़ा था? यदि भाजपा सरकार उसी समय इच्छा शक्ति और साहस दिखाती तो आतंक का सरगना आज जिंदा नही होता।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने पूछा कि शाह बताएं पाकी प्रधानमंत्री इमरान खान भाजपाइयो का क्या लगता है जो वह दिन-रात भारत में भाजपा के जीतने की दुआएं मांग रहा है? मोदी से दुश्मन देश के प्रधानमंत्री से क्या रिश्तेदारी है जो वह मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनने के सपने देख रहा? देश की जनता भाजपा से और मोदी से जानना चाहती है, कौन सी रिश्तेदारी निभाने वे बिना बुलाये नवाज शरीफ के यहाँ बिरयानी खाने पहुंच गए थे? नवाज की माँ की चरण वंदना भी कर आये। भाजपा और उसके नेताओ का छद्म राष्ट्रवाद देश की जनता के सामने बेनकाब हो गया है। मोदी देश की सीमाओं तक को सुरक्षित नही रख पाए, पुलवामा में आतंकी 350 किलो विस्फोटक लेकर घुस जाते है, देश के 44 जवान शहीद हो जाते है, मोदी उन शहीद जवानों के नाम पर वोट मांगते है। जनता जानना चाहती है आतंकी इतना बड़ा विस्फोटक लेकर सेना क्षेत्र में कैसे घुस गए? यह किसकी विफलता है? लोग समझ चुके है पांच साल तक जनहित के कोई काम मोदी सरकार ने किया नहीं 2014 के चुनावी वायदों को जुमला बता दिया। मंहगाई, बेरोजगारी पर काबू नही पा सके। 15 लाख किसी के खाते में नही आये। किसानों को उपज की कीमत नही दे पाए। इसीलिये अब की भाजपा चुनावी वैतरणी पार करने के लिए पाकिस्तानी राग अलाप रही है ।