मोदी सरकार के भ्रष्टाचार के सबूत मिटाने शास्त्री भवन में आगजनी : कांग्रेस

भ्रष्टाचार के सबूत मिटाने फाईलें जलवाना भाजपा का चरित्र
छत्तीसगढ़ में भी फाईलें जलवाई गयी थी

रायपुर। दिल्ली के शास्त्री भवन में लगी आग और महत्वपूर्ण फाईलों के जलने की घटना से यह साबित हो रहा है कि मोदी सरकार अपनी बिदाई की बेला में भ्रष्टाचार के सबूतों को नष्ट करने में जुट गयी है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि शास्त्री भवन जैसे महत्वपूर्ण और सुरक्षा की दृष्टि से अतिसंवेदनशील स्थान में आग लगना और आग में फाईलों के जखीरों का जलना सामान्य घटना नहीं है, यह गंभीर षड़यंत्रों की ओर साफ ईशारा करता है। भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार ने यह मान लिया है कि चार चरणों के चुनाव में देश की जनता ने उसके खिलाफ मतदान किया है। शेष बचे तीन चरणों के मतदाता भी मोदी सरकार के बिदाई के लिये मतदान करने वाले हैं इसीलिये घोटालों और गड़बड़ियों के सबूत नष्ट करने की कवायद शुरू हो गयी है। छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में मतदान के बाद मतगणना के बीच की अवधि तक भाजपा के मंत्रियों के सरकारी बंगलों से बड़ी संख्या में फाईलों की अफरा तफरी की गयी थी तथा फाईलों को जलाया गया था। अब भाजपा की केन्द्र सरकार में बैठे हुये लोग भी यही काम कर रहे है।

छत्तीसगढ़ में फाईलों को जलाने के बावजूद भी भ्रष्टाचार के अनेको प्रकरण उजागर हुये है, उनकी जांच हो रही है, कार्यवाहियां भी शुरू हो गयी है। भ्रष्टाचारी भाजपा नेता और तत्कालीन सरकार के संरक्षण में भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी भागे-भागे फिर रहे है। केन्द्र में भी भाजपा के नेता अपने भ्रष्टाचार के कितने भी सबूत मिटा लें, फाईले जलवा दें। दोषियों पर कार्यवाही जरूर होगी। देश की संपदा को लूटने वालों के खिलाफ छत्तीसगढ़ के समान दिल्ली में कार्यवाही जरूर होगी।