राज्य के भाजपा नेता बूथ भी नहीं संभाल पा रहे नड्डा आ रहे -कांग्रेस

राज्य के साथ केंद्र द्वारा किये जा रहे सौतेला व्यवहार पर नड्डा को जवाब देना चाहिये

रायपुर/07 सितंबर 2022। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश नड्डा के छत्तीसगढ़ आने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बहुत ही हास्यास्पद और आश्चर्यजनक बात यह है कि बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं की मिटिंग लेने के लिये, प्रशिक्षण देने के लिये राष्ट्रीय अध्यक्ष आ रहे है अमूमन ऐसा होता नही है। ये काम जिलाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष का होता है। यह इस बात का घोतक है कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी मृत परिस्थति में है। भाजपा के अस्तित्व को बचाने के लिये राष्ट्रीय अध्यक्ष को निचले स्तर तक उतर आया। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनने के बाद जनता को 15 साल बाद में एक विश्वसनीय सरकार मिली है जो उनके लिये न सिर्फ योजनाये बना रही है उसका ईमानदारी से जमीन स्तर पर ठोस क्रियान्वयन कर रही है। भारतीय जनता पार्टी की कोई भी संगठनात्मक गतिविधि भूपेश बघेल को, कांग्रेस पार्टी को, कांग्रेस सरकार की नीतियों को चुनौती देने में कामयाब होगी इसमें कोई संदेह है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा ने जनता का भरोसा खो दिया है और 2018 विधानसभा चुनाव के बाद से ही लगातार जनता भारतीय जनता पार्टी के ऊपर अविश्वास जता रही। इसका एक बड़ा कारण यह है कि भूपेश बघेल एक बड़े छत्तीसगढ़ के ब्रांड के रूप में उभरे है। उनकी योजनायें सरकार के कामकाज के मुकाबले करने के लिये भारतीय जनता पार्टी के पास कुछ भी नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के जो स्थानीय नेता है उन पर से उनके नेतृत्व का भरोसा खत्म हो गया है।

प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि भाजपा अपने अंतर्विरोध के कारण जर्जर हो गई है। छत्तीसगढ़ के विकास में बाधक बनने की वजह से राज्य की जनता के सामने मुंह दिखाने लायक नहीं रह गई है। उसकी केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता के साथ भेदभाव पूर्ण अन्याय कर भाजपा के ताबूत में आखिरी कील ठोक दी है। भाजपा के राष्ट्रीय नेता छत्तीसगढ़ आ रहे है तो छत्तीसगढ़ की जनता उनसे यह भी जवाब चाहती है कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के साथ अन्याय क्यों कर रही? केंद्रीय योजनाओं में छत्तीसगढ़ के साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है? छत्तीसगढ़ के हिस्से का 55 हजार करोड़ केंद्र ने रोक रखा है उससे राज्य के विकास कार्य प्रभावित हो रहे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित केंद्र के नेता इसके बारे में पहल क्यों नहीं कर रहे? क्या छत्तीसगढ़ भाजपा के लिये सिर्फ चुनावी लिहाज से ही जरूरी है? राज्य के विकास में भाजपा का कोई कर्तव्य नहीं?