पुलिस की मेहनत पर चिकित्सा विभाग व जेल विभाग फेर रहा पानी


दोनों आरोपी को मिल रहा जिला चिक्तिसालय मे सर्व सुविधा का लाभ

बैकुण्ठपुर। बीते दिनों गोली कांड की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की दहशतगर्दी से जहां समूचा बैकुंठपुर शहर सहम स गया था और लोगो को एक अनजाने खतरे के संकेत नज़र आने लगे थे ऐन मौके पर पुलिस कप्तान की सक्रियता से गोली कांड की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को पुलिस ने सावधानी के साथ पकड़ कर शहर के अमन पसंद लोगो को राहत की सांस लेने के लिए स्वतंत्र किया वही अब इन आरोपियों पर प्रशासन काफी मेहरबान है आरोपियों को वी आई पी श्रेणी की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हो मानो ये अपराध करने के बाद भी आरोप से दोषमुक्त हो गए हो और इन्हें वी आई पी का दर्जा मिल गया हो जो वो राजसी ठाठ के साथ अपने दिन गुजार रहे है और अस्पताल में ही रहते हुए उन्हें ऐसो आराम के सभी साधन उपलब्ध हो रहे हो तो भला कानून का भय किसे होगा अपराध करने वालो के साथ ऐसी नरमी की वजह से ही लोगो को कानून और पुलिस का कोई भय नही रह जाता वो तो मानो पिकनिक मनाने किसी पर्यटन स्थल गए हो और जब उनकी सुनवाई और जमानत मिलेगी तब वो बड़े ही लुफ्त और चटखारे ले ले कर अपने दोस्तों के बीच अपनी मस्ती और आराम के किस्से सुनाएंगे जिससे लोगो के बीच अच्छा संदेश तो नही जाएगा बल्कि इसके विपरीत जनता के बीच अपराध करने वालो का ख़ौफ़ बढ़ता ही जाएगा आपको बता दे कि संजय नगर के एक मकान में दिनदहाड़े गोली कांड की घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपी को पुलिस कप्तान त्रिलोकी बंसल की टीम ने पकड़ कर जेल की सलाखों के पीछे पहुँचा दिया था, लेकिन अपनी राजनीतिक पकड़ और पैसो के रसूख के बल पर आरोपी जेल प्रशासन को अपने पैसो के रसूख का भरपूर फायदा देते हुए बीमारी का बहाना बना कर अस्पताल में आराम फरमा रहे है। और ऐसी कौन सी गंभीर बीमारी दोनो आरोपियों को हो गई है जिसके ईलाज के लिए उन्हें लगभग 24 दिनों से अस्पताल में ही रखा गया है यह जाँच का विषय है जाँच के बाद ही मामले का खुलासा हो सकेगा लेकिन जाँच करेगा कौन यह एक बड़ा प्रशन है??
यदि इस तरह की रियायत आरोपियों को प्रशासन की तरफ से मिलती रही तो निश्चय ही अपराध करने वालो के दिलो से कानून का भय समाप्त हो जाएगा
अब सवाल यह उठता है कि गोली कांड की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों पर प्रशासन इतनी मेहरबानी क्यू और किस लिए दिखा रहा क्या अपराध के बाद उनके किये के पश्चाताप करने के लिए है??
या आरोपियों को ऐसो आराम और पिकनिक मनाने के लिए जेल प्रशासन ने खुली छूट दे रहा है।
इनका कहना है….

गार्डो की व्यस्था नही हो पाई थी जैसे ही गार्डो की व्यवस्था होती है मैं उन्हें जेल शिफ्ट करवाता हुँ।
डॉ.आशीष करन
जिला अस्पताल अधीक्षक बैकुंठपुर
जिला कोरिया छत्तीसगढ़