इंदौर : वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के सुपुत्र बैटमैन आकाश विजवर्गीय को स्पेशल कोर्ट से मिली जमानत. आकाश विजयवर्गीय को नगन निगम अधिकारी की बल्ले से पिटाई करने के मामले में विशेष अदालत से जमानत मिल गई है.
आकाश विजयवर्गीय पर दो मामले दर्ज थे. पहला मामला बिना इजाजत प्रदर्शन का था जबकि दूसरा मामला नगर निगम अधिकारी के साथ मारपीट का था. कोर्ट ने दोनों ही मामले में आकाश को 20-20 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दी है.
निगम अधिकारी को दनादन देने के बाद आकाश विजयवर्गीय ने मीडिया से कहा ये तो सिर्फ शुरुआत है, हम इस भ्रष्टाचार और गुंडाई को खत्म कर देंगे। हमारी कार्रवाई की लाइन- आवेदन, निवेदन और फिर दे दनादन है। आकाश ने आगे कहा कि नगर निगम के गैंग ने महिलाओं को उनके पैरों से घसीटकर घरों से बाहर निकाला। महिला पुलिस को उनके साथ होना चाहिए था। जब मैं वहां पहुंचा, तो लोगों ने अधिकारियों पर गुस्सा किया।
बतादें नगर निगम द्वारा शहर में चिन्हित किए गए 26 अति खतरनाक मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही थी। बुधवार को जब गंजी कंपाउंड स्थित एक मकान को तोड़ने के लिए नगर निगम की टीम पहुंची तो उनकी बहस आकाश विजयवर्गीय से हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार विधायक आकाश ने नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकी देते हुए 10 मिनट में वहां से निकल जाने को कहा। जिसके बाद उन्होंने क्रिकेट के बल्ले से निगम कर्मचारी पर हमला कर दिया।