हाई कोर्ट के आदेशों की हो रही अबहेलना।

वन विभाग के अधिकारी कर रहे अपनी मनमानी।

अनूपपुर।वन विभाग एवं कृषकों की निजी भूमि पर लगे इमरती एवं जलाऊ लकड़ियों यूकेलिप्टस, बांस, छुइला (पलाश) की जमकर हो रही कटाई के साथ अवैध रूप से कृषि कार्य हेतु उपयोग में ली जाने वाली ट्रैक्टर में लादकर तावड़ तोड़ कटाई करते हुए ओरिएंट पेपर मिल कागज कारखाना में बिक्री के लिए प्रतिदिन बेचा जा रहा है।
उच्च न्यायालय के आदेश के विपरीत कार्य कर रहे अवैध लकड़ी ठेकेदारों के द्वारा इमरती एवं जलाऊ लकड़ियों की बिक्री खुलेआम की जा रही है वन विभाग के मौन होने का क्या कारण है सब कुछ जानते हुए भी संभाग शहडोल के सी एफ,डीएफओ,एसडीओ,रेंजर, डिप्टी रेंजर, वनपाल, वनरक्षक एवं संपूर्ण वन विभाग की भूमिका संदिग्ध है।
वन विभाग के कुछ कर्ताधर्ताओं मार्फत कमीशन खोरी और रिश्वत लेकर सायं काल कई ट्रैक्टर वाहनों में ओवरलोड लकड़ियों से लदा हुआ वाहन सड़क के ऊपर दौड़ता है किसानों को गुमराह करके कम कीमत में लकड़ी की खरीदी की जाती है साथ ही बिना परिवहन शुल्क जमा किए वन विभाग के नियमों को धता बताते हुए बिना टी पी के के विक्रय हेतु ओरिएंट पेपर मिल कागज कारखाना में सप्लाई की जाती सबसे बड़ी विडंबना है कि सब कुछ जानते हुए भी पुलिस प्रशासन और वन अमला मूक दर्शक की भूमिका का निर्वहन कर रहा है।