आरएसएस ने अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया स्वागत

नई दिल्ली : अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का संघ ने किया स्वागत. संघ ने ने अयोध्या विवाद मामले की दैनिक आधार पर सुनवाई करने संबंधी उच्चतम न्यायालय के निर्णय का शुक्रवार को स्वागत किया और उम्मीद जताई कि राम मंदिर के निर्माण में आने वाली कानूनी अड़चनें जल्द ही दूर हो जायेंगी ।

उच्चतम न्यायालय ने राजनीतिक दृष्टि से संवेदनशील अयोध्या के रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद का सर्वमान्य समाधान मध्यस्थता के माध्यम से खोजने में सफलता नहीं मिलने के तथ्य का संज्ञान लेते हुये कहा कि अब इस मामले में छह अगस्त से दैनिक आधार पर सुनवाई होगी।

अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का संघ ने किया स्वागत करते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश (भय्याजी) जोशी ने ट्वीट कर कहा 6 अगस्त से रोजाना सुनवाई करने के सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का हम स्वागत करते हैं।और विश्वास व्यक्त करते हैं कि निश्चित समयावधि में बहुलम्बित विवाद हल होगा और मन्दिर निर्माण की कानूनी बाधाएं दूर होकर भव्य मंदिर निर्माण का कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा।

मामले पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि हम इस मामले पर विभिन्न पहलुओं पर गौर करेंगे. पहले मामले की सुनवाई शुरू होने दीजिए. मामले की सुनवाई के दौन भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी भी मौजूद रहे.

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि सभी वकील अपने-अपने मामलों से संबंधित दस्तावेज तैयार कर लें जिन्हें आधार बनाकर वे बहस करेंगे. जिससे इस मामले से संबंधित दस्तावेजों की रजिस्ट्री पूरी कराई जा सके.

इससे पहले पिछली सुनवाई में अदालत ने कहा था कि उसे तीन सदस्यीय मध्यस्थता पैनल की एक रिपोर्ट मिली है, जिसकी अध्यक्षता शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश एफ. एम. आई. कलीफुल्ला कर रहे हैं. पैनल के अन्य दो सदस्य आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीराम पंचू हैं.