बच्चे स्वस्थ होंगे तभी स्वस्थ छत्तीसगढ़ का निर्माण होगा- सिंहदेव

स्वास्थ्य मंत्री  टी.एस.सिंहदेव ने किया राष्ट्रीय कृमि दिवस का राज्य स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ
प्रदेश के 1 करोड़ से अधिक बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाने का लक्ष्य

अम्बिकापुर छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने राष्ट्रीय कृमि दिवस के अवसर पर आज यहां शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं बच्चों को कृमिनाशक दवाई का खुराक खिलाकर किया। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत प्रदेश में नवां चरण के अन्तर्गत प्रदेश के करीब 1 करोड़ 12 लाख 1 से 19 वर्ष के बच्चों को 55 हजार 966 स्कूलों और 49 हजार 590 आंगनबाड़ी केन्द्रों में कृमिनाशक दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 15 लाख 59 हजार 871 तथा 28 लाख 7 हजार 50 स्कूल न जाने बच्चों भी शामिल हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री सिंहदेव ने कहा कि बच्चे राष्ट्र के भविष्य होंते है और भविष्य को सुरक्षित हाथों में सौंपने के लिए उनका स्वस्थ्य रहना जरूरी है। बच्चे स्वस्थ्य रहेंगे तभी हम सही अर्थों में छत्तीसगढ़ प्रदेश को स्वस्थ्य और खुशहाल देख सकेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी कड़ी में सभी को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने हेतु यूनिर्वसल हेल्थ केयर के लिए आवश्यक तैयारियां की जा रही है। श्री सिंहदेव ने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस एक दिवसीय रणनीति केन्द्रित कार्यक्रम है। जो कि एक ही दिन एक साथ पुरे देश में संचालित होता है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी के सहभागिता जरूरी है।
श्री सिंहदेव ने कहा कि राज्य शासन हर छः माह में निःशुल्क कृमिनाशक दवाईयां उपलब्ध कराता है, ताकि बच्चों के पेट में कृमि को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि 1 वर्ष से 19 वर्ष आयु के बच्चों को उम्र के अनुसार अलबेन्डाजॉल की गोली खिलाई जाती है। कृमि संक्रमण के कारण बच्चों के स्वास्थ्य तथा उनके समग्र विकास का बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। इससे एनिमीया, कुपोषण आदि का खतरा भी होता है। स्वच्छता को अपनाने जरूरी है। इसके लिए शिक्षकों आंगनबाड़ी, कार्यकर्ताओं और मितानीनों को जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर समय पर कृमि नाशक दवाई का सेवन बच्चों को कराना चाहिए।
अपर कलेक्टर निर्मल तिग्गा और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी.एस. सिंसोदिया ने राष्ट्रीय कृमि दिवस के उद्देश्यों की जानकारी दी। इस अवसर पर संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, चिकित्सा अधीक्षक, जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे उपस्थित थे।