सेना का वॉरगेमिंग डिवेलपमेंट सेंटर होगा महू शिफ्ट

नई दिल्ली
के लिए युद्ध लड़ने के नए तरीके, उनकी प्रैक्टिस और उनका अैनालेसिस करने का सेंटर मध्य प्रदेश का महू बनेगा। यहां पहले से ही ‘आर्मी वॉर कॉलेज’ है और अब आर्मी ने तय किया है कि दिल्ली स्थिति वॉरडेक () जो आर्मी का वॉरगेमिंग डिवेलपमेंट सेंटर है उसे महू शिफ्ट किया जाएगा।

आर्मी को ज्यादा चुस्त दुरुस्त बनाने और मैनपावर का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने के लिए कई बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। वॉरडेक को महू शिफ्ट करना भी उसी का एक हिस्सा है। आर्मी के एक अधिकारी के मुताबिक आर्मी ने वॉरगेमिंग डिवेलपमेंट सेंटर (WARDEC) को महू शिफ्ट करने का फैसला लिया है। आर्मी वॉर कॉलेज भी महू में है। अब सेंटर भी वहीं होने से बेहतर कॉर्डिनेशन होगा और वॉरगेमिंग के जरिए युद्ध के जो नए तरीके निकलेंगे उनकी वहीं एक्सरसाइज भी की जा सकेगी।

वॉरगेमिंग में अलग अलग एक्सपर्ट चर्चा कर युद्ध की नई रणनीति ईजाद करते हैं। इसमें फिजिकल ऐक्टिविटी नहीं होती बल्कि कॉन्सेप्ट पर बात होती है। चर्चा के दौरान दुश्मन खेमा क्या कर सकता है और उसका क्या तोड़ हो सकता है इन सब बिंदुओं पर बात होती है और सारी स्थितियों को परखकर ऐसे तरीके तक पहुंचा जाता है जो अलग-अलग परिस्थिति में आर्मी के लिए सही रणनीति साबित हो। इसमें सॉफ्टवेयर भी डिवेलप किए जाते हैं और कई बार वर्चुअल तरीके से युद्ध लड़कर देखा जाता है। इसमें परिस्थियां ईजाद की जाती हैं और उसमें किस तरह मुकाबला करना है इसकी रणनीति बनाई जाती है।

आर्मी के एक अधिकारी के मुताबिक वॉरडेक में जो रणनीति पर बात होगी उसे फिर ट्रेनिंग ले रहे ऑफिसर्स एक्सरसाइज के दौरान परख कर देख सकते हैं। महू में आर्मी वॉर कॉलेज है जो आर्मी का टेक्टिकल ट्रेनिंग और रिसर्च इंस्टिट्यूट है। यहां आर्मी के लिए युद्ध नीति का कॉन्सेप्ट और तरीके डिवेलप किए जाते हैं। हर साल यहां इंडियन आर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स के 1200 ऑफिसर्स को ट्रेंड किया जाता है। आर्मी ऑफिसर्स को मौजूदा तकनीक और एनवायरमेंट को ध्यान में रखते हुए ऑपरेशन की किस तरह ट्रेनिंग दी जानी चाहिए इस तरीके को यहीं बनाया भी जाता है और फिर ग्राउंड में ऑफिसर्स को उसकी ट्रेनिंग भी दी जाती है। यहां वॉर गेम, चर्चा और सेमिनार के जरिए ऑपरेशंस के नई तरीकों को निकाला जाता है और फिर उन्हें परखा जाता है। आर्मी वॉर कॉलेज में ऑफिसर्स को हायर कमांड कोर्स, सीनियर कमांड कोर्स, जूनियर कमांड कोर्स और डिफेंस मैनेजमेंट कोर्स कराया जाता है।

Source: National Feed By RSS