विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं विश्वविद्यालय
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कुलपतियों की ली बैठक
रायपुर, राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालयों का यह दायित्व है कि वे विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के अलावा उनके चरित्र एवं व्यक्तित्व निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। उन्हें संवेदनशील नागरिक बनाएं, उनमें सेवा भावना जागृत करें ताकि वे समाज में सकारात्मक एवं सक्रिय भागीदारी निभा सकें। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने उक्त उद्गार आज यहां राजभवन में आयोजित कुलपतियों की बैठक में व्यक्त किए
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को उत्कृष्ट विश्वविद्यालयों की श्रेणी में शामिल होने के लिए एक रोडमैप बनाना चाहिए। उन्होंने सभी विश्वविद्यालयों में एंटी रैंगिंग सेल और बालिकाओं के लिए लैंगिक शोषण प्रकोष्ठ भी बनाना चाहिए। सभी विश्वविद्यालयों में जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए एक निधि बनानी चाहिए, जिसे विद्यार्थी ही आपस में इकट्ठा करें। श्रीमती पटेल ने पी.एच.डी. में होने वाले अनियमितताओं को रोकने के लिए उसके साक्षात्कार की वीडियो रिकॉर्डिंग कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए पुस्तकालय उनकी सुविधानुसार देर तक खुले रहने चाहिए।
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने सभी कुलपतियों को विश्वविद्यालयों के छात्रावासों में जाकर विद्यार्थियों की समस्याएं सुनने और उसके निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्थानीय उद्योगों से विश्वविद्यालयों को लिंकेज करना चाहिए, ताकि विद्यार्थियों को रोजगार मिल सके।
श्रीमती पटेल ने सभी महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों विशेषकर बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाना चाहिए, जिससे उनकी शारीरिक कमियों, कुपोषण आदि का समय पर पता लग सके। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों में ऐसे सेमिनार आयोजित किए जाने चाहिए, जिसमें विद्यार्थियों के परिजनों को भी विशेष रूप से बुलाया जाए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को क्लास रूम में लेक्चर देने के साथ ही उन्हें फील्ड में ले जाकर जमीनी सच्चाई से अवगत कराना चाहिए। विद्यार्थियों को डिजी लॉकर उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। विश्वविद्यालयों का नाम वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल हो ऐसा कुछ विशेष कार्य करें, जैसे वृक्षारोपण आदि। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘हम फिट तो इंडिया फिट’ के अभियान को अपने विश्वविद्यालयों लागू करने के निर्देश दिए। विश्वविद्यालयों में खेलकूद की गतिविधियां बढ़ाई जाएं, जिससे विद्यार्थी फिट रहें।
बैठक में राजकीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने अपने-अपने विश्वविद्यालयों की विभिन्न गतिविधियों के संबंध में विस्तार से प्रेजेटेंशन के जरिए जानकारी दी।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री सुरेन्द्र कुमार जायसवाल, विधि सलाहकार श्री एन.के. चन्द्रवंशी, डॉ. अनिल राय, विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष श्री ए. के. शुक्ला एवं राजकीय विश्वविद्यालयों के कुलपति उपस्थित थे।