बलिया
पूर्वी उत्तर प्रदेश में बाढ़ का कहर भले ही कम हो गया हो, लेकिन बलिया जिले में गंगा नदी के बढ़े जलस्तर के कारण लोगों को अब भी परेशानी उठानी पड रही है। गंगा के जलस्तर में इजाफा होने के बाद दूषित पानी पीने से गांवों में संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ने लगा है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में बाढ़ का कहर भले ही कम हो गया हो, लेकिन बलिया जिले में गंगा नदी के बढ़े जलस्तर के कारण लोगों को अब भी परेशानी उठानी पड रही है। गंगा के जलस्तर में इजाफा होने के बाद दूषित पानी पीने से गांवों में संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ने लगा है।
बता दें कि के बाद अब तक दर्जनों गांव की फसल बर्बाद हो चुकी है। ऐसे में अब बाढ़ की स्थितियों के नियंत्रण में होने की प्रार्थना के साथ लोग पूजा और प्रार्थनाओं का सहारा ले रहे हैं। जिले में बाढ़ के बाद लोगों ने रविवार को गंगा नदी की पूजा अर्चना करते हुए हालातों के काबू में होने की प्रार्थना की। जिले के नावरंगा गांव के प्रधान राजमंगल ठाकुर के नेतृत्व में गांव के लोगों ने रविवार को यहां विशेष पूजन का आयोजन किया।
गौरतलब है कि बलिया में बीते कई दिनों से गंगा और घाघरा नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ प्रभावित इलाकों में सैकड़ों एकड़ फसल का नुकसान हुआ है। इसके अलावा कई इलाकों में जलजमाव के कारण लोगों को अब भी परेशानी उठानी पड़ रही है।
Source: Uttarpradesh Feed By RSS