इसलिए मंगलवार अक्टूबर से दिल्ली-NCR में भी डीजल जेनरेटर के चलाने पर रोक लगा दी गई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस समय हवा में नमी हुई है। इसकी वजह से धूल-कण बहुत अधिक ऊपर तक नहीं जा रहे हैं। इसलिए प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है।
लगातार बढ़ रहे हैं अस्पताल के मरीज
बढ़ते प्रदूषण के कारण जिले में 3 साल में अस्थमा के मरीज 30% से ज्यादा बढ़े हैं। इनमें 5-11 साल तक के बच्चे भी शामिल हैं। डॉक्टरों के पास पहुंचने वाले अस्थमा के मरीजों में 20% बच्चे हैं। वहीं, पिछले 1 साल में अस्थमारोधी दवाओं की मांग में भी 20% तक बढ़ोतरी हुई है। जिला अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉ.आरपी सिंह बताते हैं कि प्रदूषण स्तर के बढ़ने से अस्थमा मरीज और बढ़ेंगे।
बच्चे जल्दी आ जाते हैं चपेट में
कोलंबिया एशिया अस्पताल के सीनियर पुलमोनोलॉजिस्ट डॉ. ज्ञान भारती ने बताया कि रोग प्रतिरक्षा प्रणाली पूरी तरह से विकसित नहीं होने के कारण बच्चे जल्द इस बीमारी की चपेट में आ जाते हैं।
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