यूपी के आगरा के एक होटल में महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक अस्पताल के दो संचालकों को अरैस्ट कर जेल भेजा गया है। आरोप है कि नर्स को अपने अस्पताल में नौकरी देने के बहाने होटल में ले जाकर रेप किया गया। अस्पताल की एक नर्स ने आरोपियों का साथ दिया। पुलिस ने शनिवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार गांव दिगनेर निवासी रामवीर सिंह उर्फ शेरू और आर.के. पुरम, सेवला निवासी रूपेश सिंह का सैमरी का ताल, देवरी रोड पर जयनारायण अस्पताल है। इसमें थाना ताजगंज क्षेत्र की रहने वाली पीड़ित महिला नर्स थी। हालांकि चार महीने पहले उसने किसी वजह से नौकरी छोड़ दी थी।
आरोप के मुताबिक, 15 अक्तूबर की रात को शेर सिंह ने महिला को फोन किया और अस्पताल में बुलाया। जब महिला अगले दिन उससे मिली, तब शेर सिंह ने उससे नौकरी करने के लिए बोल दिया। तब तो महिला वापस घर चली आई। बाद में दूसरे संचालक रूपेश ने फोन करके उसे फिर अस्पताल में बुला लिया। वे लोग काम बताकर बहाने से कार में शमसाबाद और फिर फतेहाबाद ले गए।
आरोप है कि वापस आते समय उन्होंने टीडीआई मॉल के पीछे एक होटल के कमरे में ले जाकर आरोपियों ने पीड़िता को जबरदस्ती बियर पिला दी और इसके बाद दुष्कर्म किया। हालत बिगड़ने पर अपने अस्पताल में ले जाकर दर्द के इंजेक्शन लगा दिए। अस्पताल की नर्स ने आरोपियों का साथ दिया। बाद में आरोपी उसे घर छोड़कर भाग गए।
शुक्रवार रात को पीड़िता ने इस घटना की शिकायत थाना ताजगंज पुलिस से की। सीओ सदर विकास जायसवाल ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर सामूहिक दुष्कर्म, एससी-एसटी ऐक्ट, षड्यंत्र में शामिल होने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है और पीड़ित महिला का मेडिकल कराया गया है। देर रात आरोपी शेर सिंह, रुपेश और अस्पताल की नर्स सविता को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी राजस्थान भाग गए थे लेकिन पुलिस ने उन्हें घेराबंदी करके पकड़ लिया। शनिवार को तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिए गए।
सीओ का कहना है कि आरोपी अस्पताल संचालकों ने अपनी नर्स सविता की मदद ली थी। पीड़िता को शमसाबाद जाने के लिए सविता ने ही कहा था। इसके बाद वारदात की शिकायत करने की कहने पर संचालकों ने सविता को ही उसके ऊपर नजर रखने के लिए बोल दिया था। वह पीड़िता के घर भी गई थी और उसे समझा रही थी। सीओ सदर ने बताया कि आरोपियों का देवरी रोड पर दो मंजिला भवन में अस्पताल है। इसके पंजीकरण सहित अन्य जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा जाएगा।
Source: Uttarpradesh Feed By RSS