महिलाएं विधवा और बच्चे हो रहे है अनाथ,
खेती बाड़ी बेचकर भी पीड़ित लड़ रहे है जिंदगी और मौत के साथ
113 लोगों की मृत्यु, 150 लोग किडनी रोग से पीड़ित
महामहिम राज्यपाल की गम्भीरता से सुपेबेड़ा को मिली नई आशा और विश्वास
रायपुर, छत्तीसगढ़, दिनांक 20 अक्टूबर 2019। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे)के प्रदेश प्रवक्ता भगवानू नायक ने देवभोग अंचल के सुपेबेड़ा में किडनी रोग से लगभग 113 लोगों की मृत्यु एवं लगभग 150 लोगों के किडनी रोग से पीड़ित होने पर गम्भीर चिंता एवं दुःख व्यक्त करते हुए कहा सुपेबेड़ा में महिलाएं विधवा हो रही है, बच्चे अनाथ हो रहे हैं, किडनी रोग से पीड़ित लगभग 150 लोग शारीरिक, मानसिक, आर्थिक रुप से परेशान होकर उचित ईलाज के लिए अपनी खेती बाड़ी बेचकर भी जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग जान बचाने पलायन भी कर रहे है।
आगे नायक ने कहा आर्टिकल 21 भारत का संविधान देश के प्रत्येक नागरिक के लिए न सिर्फ जीवन जीने का अधिकार बल्कि गरिमामयी जीवन जीने का अधिकार देता है। माननीय उच्चतम न्यायालय इस आर्टिकल का व्यापक रूप से व्याख्या किया है जिसमें सरकार का दायित्व है राज्य की जनता को मुलभूत सुविधाएं शुद्ध वायु, शुद्ध पानी, उचित ईलाज, साफ सफाई, रोजगार आदि उपलब्ध कराएं परन्तु 15 साल में जनता को दुःख देने और 15 सत्ता का सुख भोगने वाली भाजपा सरकार ने सुपेबेड़ा में किडनी रोगियों के लिए डायलिसिस प्लांट लगाने की बात करते रही पर सुपेबेड़ा की जनता को साफ पानी पिलाने के लिए एक वाटरलान्ट नहीं लगा सकी। वहीं सुपेबेड़ा की इस गम्भीर समस्या पर राजनीति करने वाली काँग्रेस अब महामहिम राज्यपाल को केंद्र सरकार को अवगत कराने की बात कर रही है। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी ने कहा था कि भारत की आत्मा गांव में बसती है यदि गांव का विकास करेंगे तो भारत का विकास होगा। गाँधी जी की 150 वीं जयंती के अवसर पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल गाँधी जी के नाम पर राजनीति कर रहे है पर गाँधी जी के विचारों से उनका कोई लेना देना नहीं है। केंद्र भाजपा और राज्य की कांग्रेस सरकार इस मामले पर कहीं भी गंभीर नहीं दिखाई दे रही है । भगवानू नायक ने कहा आज इन दोनों ही सरकारों को इस भयंकर संकट से सुपेबेड़ा की जनता को मुक्ति दिलाने के लिए ज्वाइंट ऑपरेशन चलाने की जरूरत है। लोकतंत्र में मंत्रिमंडल जनता के लिए उत्तरदायी होता है परंतु ऐसे समय में राजभवन से महामहिम राज्यपाल ने सुपेबेड़ा की सुध लेते हुए वहां का दौरा करने तथा इस सम्बंध में केंद्र सरकार को भी अवगत कराने की बात कही है। महामहिम राज्यपाल की गम्भीरता से सुपेबेड़ा की जनता को एक नई आशा और विश्वास दिखाई दे रहा है।