किसानों और ग्रामीणों की आय संवृद्धि हेतु कटिबद्ध है सरकार-विधायक देवती कर्मा

आजीविका संवर्धन कार्यक्रम के तहत खनिज न्यास निधि से 12 आदर्श ग्रामों के हितग्राहियों को अनुदान पर उन्नत कृषि यंत्र सहित पशुधन एवं बीज वितरित

दंतेवाड़ा -प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों और ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों के अनुरूप आजीविका के साधन मुहैया करवाने सहित उनके आय संवृद्धि के लिए कृतसंकल्पित है। यही कारण है कि नई सरकार के गठन के पश्चात किसानों और ग्रामीणों के हितों की दिशा में सार्थक निर्णय लेकर जनहितकारी योजनाओं का कारगर क्रियान्वयन किया जा रहा है। किसानों और ग्रामीणों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित होकर विकास की मुख्यधारा में जुड़ने आगे आना होगा। यह बात विधायक श्रीमती देवती महेन्द्र कर्मा ने दन्तेवाड़ा कलेक्टोरेट परिसर में आजीविका संवर्धन कार्यक्रम के तहत डीएमएफ से जिले के 12 आदर्श ग्रामों के हितग्राहियों को अनुदान पर उन्नत कृषि यंत्र सहित पशुधन एवं बीज वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कही।

विधायक श्रीमती देवती कर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुसार जिले के खनन प्रभावित इलाके के लोगों को अब आजीविका के साधनों के लिये डीएमएफ से सहायता दी जायेगी। वहीं इन इलाकों में पेयजल,बिजली,शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता के लिए प्राथमिकता के साथ पहल किया जायेगा। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला नाग ने हितग्राहियों से सरकार की योजनाओं से लाभान्वित होकर अपने घर-परिवार को विकास की ओर उन्मुख करने का आग्रह करते हुए कहा कि शासन की जनहितकारी योजनाओं से मिली सहायता के जरिये खेती-किसानी, पशुपालन, मत्स्यपालन, साग-सब्जी उत्पादन इत्यादि आयमूलक गतिविधियों को बेहतर तरीके से करें और अपने परिवार को खुशहाली की ओर अग्रसर करें। इस अवसर पर नगर पालिका परिषद अध्यक्ष दन्तेवाड़ा श्री दीपक कर्मा ने कहा कि राज्य सरकार की किसानों और ग्रामीणों के हितों की दिशा में लिये गये महत्वपूर्ण निर्णयों को रेखांकित करते हुए कहा कि किसानों की कर्जमाफी, किसानों से 2500 रुपये समर्थन मूल्य पर धान खरीदी,4 हजार रुपये प्रति मानक बोरा की दर से तेंदूपत्ता खरीदी, सिंचाई कर माफ, लघु वनोपज का वाजिब दाम उपलब्ध कराने समर्थन मूल्य घोषित करना, खेती-किसानी के लिए आसान कृषि ऋण की सुलभता, स्थानीय हस्तशिल्पियों एवं कारीगरों को आजीविका के लिए सहायता प्रदान करना गांव, गरीब और किसानों की बेहतरी के लिये सकारात्मक पहल है। इन योजनाओं से लाभान्वित होकर हम सभी को विकास में सहभागी बनने आगे आना होगा। आरंभ में कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि राज्य शासन की मंशानुसार जिले के खनन प्रभावित इलाके के किसानों और ग्रामीणों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए डीएमएफ से सहायता दी जा रही है। उन्होंने हितग्राहियों को अपने आजीविका के साधनों का बेहतर ढंग से संचालित करने की समझाईश देते हुए कहा कि वे अपने उत्पादों, कुक्कुटों या बकरे-बकरियों का विक्रय करें तो एक चौथाई हिस्सा राशि बैंक में अवश्य जमा करें। जिससे अपने आजीविका के साधन के लिये फिर से कुक्कुटों या बकरे-बकरियों अथवा अन्य सामग्री की जरूरत होने पर उक्त जमा राशि का सदुपयोग कर सकें। इस दौरान जिले के 12 आदर्श ग्रामों पाढ़ापुर,भांसी, बड़ेकमेली, मुचनार, छिंदनार, आलनार, समेली, श्यामगिरी, माहरा हाऊरनार,गाटम,कोरीरास एवं बड़ेगुडरा के हितग्राहियों को ट्रैक्टर, पॉवर ट्रिलर, शक्तिचलित पंखा, मिनी राईस मिल, पेडी ट्रांसप्लांटर वितरित किया गया।वहीं बेकयार्ड कुक्कुटपालन योजनांतर्गत 10 हितग्राहियों को 28 दिवसीय चूजे एवं फीडरर-दाना तथा 10 हितग्राहियों को 10 बकरी एवं एक बकरे की यूनिट के साथ ही दवाई, वैक्सीन हरेक हितग्राही को प्रदाय किया गया। इस मौके पर मत्स्यपालन करने वाले 24 हितग्राहियों को जाल एवं आईस बॉक्स वितरित किया गया। इसके साथ ही 56 हितग्राहियों को साग-सब्जी उत्पादन के लिए सब्जी बीज मिनीकिट प्रदान किया गया। इस दौरान वरिष्ठ नागरिक श्री विमल सुराना,श्री अवधेश गौतम, श्री शिवशंकर चौहान सहित जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सुलोचना वट्टी, श्री चौतराम अटामी, श्री नन्दलाल मुड़ामी के अलावा अन्य जनप्रतिनिधी, पंचायत पदाधिकारी और सीईओ जिला पंचायत श्री सच्चिदानंद आलोक के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या कृषक एवं ग्रामीणजन मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में उपसंचालक कृषि श्री पीआर बघेल ने आभार प्रकट किया।