महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिया इस्‍तीफा

शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड्णवीस ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा..


मुंबई – महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को राज्‍यपाल भगत सिंह कोश्‍यारी से मुलाकात कर उन्‍हें अपना इस्‍तीफा सौंप दिया है! तमाम कोशिशों के बावजूद बीजेपी और शिवसेना के बीच सहमति नही हो पाई है जिससे राज्‍य में नई सरकार का गठन अब तक नहीं हो पाया है!

राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद उन्होंने महाराष्ट्र की जनता का आभार जताया. इस मौके पर एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए फडणवीस ने भाजपा सरकार द्वारा पिछले 5 सालों में किसानों और मुंबई के इंफ्रास्ट्रक्चर पर किए कामों की जानकारी दी!

इस मौके पर उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना गठबंधन को जीत मिली थी! उन्होंने साफ किया कि हमारे बीच ढाई साल के सीएम को लेकर कोई बात नहीं हुई थी! शिवसेना के नेताओं ने कभी भी मुझसे या भाजपा नेताओं से मुलाकात नहीं की जबकि उन्होंने नतीजों के बाद एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं से संपर्क किया और उनसे चर्चा की! देवेंद्र फडणवीस ने अपनी पार्टी, सहयोगियों और शिवसेना को धन्‍यवाद दिया, उन्‍होंने कहा, ‘हमने पिछले पांच सालों में साहस और जोश के साथ कई चुनौतियों का सामना किया है!

बता दें कि 24 अक्‍टूबर को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को स्‍पष्‍ट बहुमत मिलने के बाद भी दोनों दल सरकार बनाने का कोई रास्‍ता नहीं निकाल सकीं है!

गौरतलब है कि शिवसेना महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद साझा करने की अपनी मांग पर शुक्रवार को भी अड़ी रही और उसने भाजपा से राज्य की सत्ता में बने रहने के लिए “कार्यवाहक” सरकार के प्रावधान का दुरुपयोग नहीं करने को कहा! शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि भाजपा को शिवसेना के पास तभी आना चाहिए जब वह महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री का पद अपनी सहयोगी पार्टी के साथ साझा करने के लिए तैयार हो! शिवसेना प्रवक्ता ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल (नौ नवंबर को) समाप्त हो रहा है! मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद ऐसा लगता है कि राज्य राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहा है! राजनैतिक जानकारों की अगर मानें तो मुख्यमंत्री पद पर पांच साल की अवधि समाप्ति की प्रक्रिया भी बताई जा रही है जो बाद मे फिर से पद ग्रहण किया जा सकता है!