इस मामले में हालांकि आधिकारिक घोषणा अंतरराष्ट्रीय घुड़सवारी महासंघ (एफईआई) 20 फरवरी को करेगा। इससे पहले सिर्फ इम्तियाज अनीस (सिडनी, 2000) और दिवंगत विंग कमांडर आईजे लांबा (अटलंटा, 1996) ने ही ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया हैं।
इस साल अगस्त में अर्जुन पुरस्कार पाने वाले 27 साल के इस घुड़सवार ने छह क्वॉलिफाइंग स्पर्धा से कुल 64 अंक बनाए। उन्होंने अपने पहले घोड़े फेर्नहिल फेसटाइम से 34 और दूसरे घोड़े टचिंगवुड से 30 अंक बनाए।
फवाज ने जर्मनी से पीटीआई से कहा, ‘मुझे कोटा मिलने की उम्मीद थी है लेकिन चीन और थाइलैंड की टीमों के क्वॉलिफाइ करने का इंतजार करना पड़ा। दोनों टीमों ने पिछले सप्ताह इटली में क्वालिफाइ कर लिया। अगर इन देशों ने टीमों की तौर पर क्वॉलिफाइ नहीं किया होता तो वे व्यक्तिगत स्थान लेते और मुझे कोटा हासिल नहीं होता।’
उन्होंने कहा, ‘मैं कोटा हासिल कर काफी खुश हूं लेकिन मुझे अभी काफी मेहनत करने की जरुरत है। यह कई पायदानों में से एक है। अब हमें सर्वश्रेष्ठ तैयारी करनी होगी ताकि प्रतियोगिता में जाते समय मेरा फॉर्म अच्छा रहे।’ एशियाई खेलों में पिछले साल पदक जीत कर 36 साल का सूखा खत्म करने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, ‘मैं अपनी उपलब्धि के लिए एंबेसी समूह और जीतू वीरवानी का तैयारी का मौका देने के लिए शुक्रिया करना चाहूंगा।’
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