महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार के स्वरूप को लेकर अंतिम फैसला शनिवार के लिए टल गया है। मुंबई के नेहरू सेंटर में तीनों पार्टियों के नेताओं की करीब 2 घंटे चली बैठक में सीएम पद को लेकर आम सहमति जरूर बन गई है। बैठक के बाद बाहर आकर एनसीपी चीफ शरद पवार ने साफ कहा कि जहां तक मुख्यमंत्री की बात है, उस पर कोई दोराय नहीं है। उद्धव ठाकरे को ही सरकार को लीड करना चाहिए। इसके अलावा अन्य मसलों पर चर्चा जारी है। उन्होंने बताया कि शनिवार को साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर औपचारिक ऐलान किया जाएगा।
पवार ने कहा कि उद्धव ठाकरे के पास ही इस सरकार की लीडरशिप है। यह पूछे जाने पर कि क्या एनसीपी ढाई साल के लिए सीएम पद लेगी, इस पर उन्होंने कहा कि लीडरशिप का इशू हमारे सामने पेंडिंग ही नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि शनिवार को ही इस पर फैसला लिया जाएगा कि गवर्नर के पास कब जाना है।शुक्रवार को कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम (CMP) और सरकार में पार्टियों की भूमिका पर शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से बात की। इस महामंथन में उद्धव ठाकरे की पार्टी की अगुआई में नई सरकार बनाने को अंतिम रूप दिया गया है।
उधर, बैठक के बाद शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने कहा कि पहली बार तीनों पार्टियों के नेता इकट्ठा बैठे हैं। हम चाहते हैं कि सरकार बनाने से पहले कोई ऐसा मसला न हो, जिसका हल हमारे पास ना हो। उन्होंने कहा कि सकारात्मक चर्चा हुई और सभी मसलों पर बात हुई। बैठक में एकनाथ शिंदे, सुभाष देसाई, संजय राउत (सभी शिवसेना), अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, अविनाश पांडे, बालासाहेब थोराट, पृथ्वीराज चव्हाण (सभी कांग्रेस) और एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल, जयंत पाटिल और अजित पवार शामिल हुए।
माना जा रहा है कि शनिवार को साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद तीनों दल गवर्नर से मुलाकात कर महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। आपको बता दें कि राज्य के विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को ही आ गए थे और करीब एक महीने से राज्य में राजनीतिक अस्थिरता देखी जा रही थी। इस कारण राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है।
Source: National