भारत और बांग्लादेश के बीच कोलकाता में खेले जा रहे पिंक बॉल टेस्ट में कन्कशन सब्सिट्यूट खूब चर्चा में है। कोलकाता के ईडन गार्डंस मैदान पर बांग्लादेश के दो खिलाड़ियों को हेलमेट पर गेंद लगने के कारण मैदान के बाहर जाना पड़ा। इन खिलाड़ियों के स्थान पर बांग्लादेश को कन्कशन सब्सिट्यूशन मिले। अब बड़ा सवाल है कि कन्कशन के लिए खिलाड़ी की जांच कैसे की जाती है। उससे क्या पूछा जाता है और इसके लिए क्या प्रक्रिया और नियम हैं।
क्या होता है कन्कशन
अस्थायी अचेतना अथवा कन्फ्यूजन और सिर पर चोट लगने से होने वाले अन्य संकेत…
क्या होता है के दौरान?आमतौर पर फिजियो (यूं तो विशेषज्ञ डॉक्टर होना चाहिए) कुछ बुनियादी बातों को ख्याल में रखकर खिलाड़ी की जांच करता है। वह खिलाड़ी का संतुलन जांचता है, और उससे पूछता है कि क्या उसे चक्कर आ रहे हैं? या उल्टी आ रही है? इसके साथ ही वह खिलाड़ी की याददाश्त की भी जांच करता है, इसके लिए कुछ सवाल पूछे जाते हैं- जैसे कि शहर का नाम और कुछ अन्य सवाल। साथ ही खिलाड़ी को कुछ पढ़ने के लिए भी दिया जाता है। देखा जाता है कि क्या वह इन सब प्रक्रियाओं के दौरान सामान्य था। इसके बाद ही आगे का फैसला किया जाता है। कुल मिलाकर खिलाड़ी के सिर पर चोट लगने के बाद उसकी चेतना का सही तौर पर परीक्षण किया जाता है।
क्या है अन्य खेल में नियमरग्बी में यह नियम है कि जब भी खिलाड़ी को सिर पर चोट लगे तो उसे हर हाल में मैदान के बाहर ले जाया ही जाएगा। ऐसा इसलिए कि कई बार कन्कशन के लक्षण फौरन नजर नहीं आते। अगर पूरी जांच के बाद कन्कशन के कोई लक्षण नजर नहीं आते तभी उसे मैदान पर लौटने की परमिशन दी जाती है।
क्रिकेट में बोर्ड पर काफी कुछ निर्भरअब क्रिकेट इसमें एक कदम पीछे है। यहां बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने की जिम्मेदारी टीमों को सौंपी गई है। कुछ ही टीमें डॉक्टर्स के साथ टूर करती हैं। हालांकि आईसीसी ने मेजबान बोर्ड को डॉक्टर उपलब्ध रखने को कहा है।
कन्कशन सब्सिट्यूट ही क्यों, बाकी चोट में क्यों नहींखेल संस्थाएं सिर की चोट को लेकर पहले इतनी गंभीर नहीं थीं। कन्कशन के लक्षण कई बार फौरन नजर नहीं आते, जबकि हाथ या पैर की चोट के साथ ऐसा नहीं है। उदाहरण के लिए जब किसी अन्य चोट में दर्द अगर बहुत ज्यादा हो तो खिलाड़ी को इस बात का अंदाजा लग जाता है कि वह अब और नहीं खेल सकता। लेकिन सिर की चोट की बात कई बार अलग होती है। ऐसे में संभव है कि सिर पर चोट लगने के बाद भी खिलाड़ी टीम के लिए मैदान पर डटे रहना चाहे। यह ‘बहादुरी’ भी सिर की चोट को अधिक गंभीर बना देती है। इस वक्त कोई जानकार आदमी जांच कर खिलाड़ी को समझा सकता है कि उसके लिए मैदान से बाहर जाना ही सही है। दरअसल, आईसीसी चाहती है कि सिर की चोट को आवश्यक गंभीरता से लिया जाए।
डॉक्टर होने चाहिए जरूरी
फिलहाल, आईसीसी ने कन्कशन को लेकर काफी कुछ बोर्ड्स पर छोड़ दिया है। वर्ल्ड कप के दौरान हाशिम अमला ने कन्कशन के साथ बल्लेबाजी की। स्टीव स्मिथ भी एशेज में सिर पर गेंद लगने के बाद भी बैटिंग करते रहे। दरअसल, एक विशेषज्ञ डॉक्टर का होना कोई जरूरी नहीं है। आईसीसी को चाहिए कि हर मैच में मेजबान बोर्ड द्वारा एक विशेषज्ञ और न्यूट्रल डॉक्टर उपलब्ध कराना जरूरी कर दे।
अमला और स्मिथ ने मैदान पर टिके रहने का फैसला किया। वैसे क्रीज पर टिके रहने का फैसला खिलाड़ी की बजाए एक्सपर्ट्स को लेने की जरूरत है। चूंकि अगर दूसरी बार भी गेंद सिर पर लगे यह चोट घातक हो सकती है। आईसीसी को असल में कन्कशन की जांच के लिए एक समान प्रक्रिया बनाने की जरूरत है।
क्या हुआ बांग्लादेश के साथसिर पर चोट लगने के कारण लिटन दास के स्थान पर मेहदी हसन और नईम हसन के स्थान पर तैजुल इस्लाम को टीम में शामिल किया गया। मेहदी हसन मिराज भले ही एक स्पिन ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं लेकिन वह इस मैच में बोलिंग नहीं कर पाएंगे। क्योंकि कन्कशन सब्सिट्यूट नियम के मुताबिक मैच रेफरी यह निर्णय ले सकता है कि जिस खिलाड़ी के रोल में कोई खिलाड़ी सब्सिट्यूट हो रहा है वह उसी रोल को निभाए। इसी हिसाब से मेहदी हसन गेंदबाजी नहीं कर पाए।
इसी साल एशेज सीरीज से बदला नियमइसी साल 1 अगस्त से आईसीसी ने क्रिकेट में कुछ नए नियमों को मान्यता दी। 1 अगस्त से टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत हुई। अब क्रिकेट में नया नियम है यह है कि अगर किसी खिलाड़ी के सिर या गर्दन में चोट लगती है तो उसके स्थान पर किसी दूसरे खिलाड़ी को मौका दिया जा सकता है। यानी आपके 12 या उससे ज्यादा खिलाड़ी भी बल्लेबाजी/गेंदबाजी कर सकते हैं।
लाबुशेन थे पहले कन्कशन सब्सिट्यूट
मार्नस लाबुशेन पहले कन्कशन सब्सिट्यूट खिलाड़ी थे। एशेज सीरीज के दूसरे टेस्ट के दौरान जब स्टीव स्मिथ के हेलमेट पर जोफ्रा आर्चर की गेंद लगी तो उसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने लाबुशेन को कन्कशन सब्सिट्यूट बनाया।
भारत की स्थिति मजबूत
कोलकाता में भारत ने बांग्लादेश को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेल दिया है। भारत ने पहली पारी में बांग्लादेश को 106 रनों पर आउट करने के बाद 9 विकेट पर 347 रनों के स्कोर पर अपनी पारी घोषित कर दी। दूसरी पारी में भी बांग्लादेश की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। दूसरी पारी में उसका स्कोर छह विकेट पर 152 रन है और वह भारत से 89 रन पीछे है। दूसरी पारी में उसके लिए मुशफिकुर रहीम 59 रन बनाकर डटे हुए हैं।
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