तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद ने मंगलवार को विशेष अदालत से अपील की कि वह दिल्ली पुलिस को निर्देश दे कि वह उनकी पत्नी सुनंदा पुष्कर द्वारा किए गए विभिन्न ट्वीट को रिकॉर्ड के रूप में लें। सुनंदा की जनवरी 2014 को रहस्यमयी परिस्थितियों में दिल्ली के लीला होटल में मौत हो गई थी।
ट्वीट बताएगा मानसिक स्थिति
थरूर ने कोर्ट को बताया कि मौत से पहले सुनंदा की मानसिक स्थिति कैसी थी, यह जांचने के लिए उनका ट्विटर अकाउंट देखना जरूरी है। मामले में मुख्य आरोपी थरूर ने विशेष जज अजय कुमार कुहर से कहा कि 2018 तक पुलिस को मौत की वजह नहीं पता था। उन्होंने कहा, ‘2018 तक उन्हें मौत की वजह का पता नहीं था। उनकी अटॉप्सी के लिए एक बोर्ड का गठन किया गया। पुलिस ने आरोप पर दलील दी और दस्तावेज पेश किए गए, जिसमें कहा गया कि खुदकुशी मौत की वजह नहीं हो सकती।’
थरूर की तरफ से पेश वकील विकास पाहवा ने कहा, ‘मृतक के ट्विटर हैंडल को जांचना जरूरी है जब हम उनकी मानसिक स्थिति की जांच कर रहे हैं। उन्होंने 30 जनवरी, 2014 को मृतक के तीन ब्लैकबेरी फोन जब्त किए। उन्होंने इसे सीएसएफएल को भेजा और वॉट्सऐप, ट्विटर, कॉल लॉग, एसएमए, इमेज का डेटा भेजा। उन्होंने उन डेटा का चुना जिसका इस्तेमाल करना चाहते थे।’
थरूर के पक्ष में सुनंदा के ट्वीट
पाहवा ने कोर्ट को बताया कि सुनंदा का ट्विटर टाइमलाइन उनकी मानसिक स्थिति को बताता है। उन्होंने कहा, ‘टाइमलाइन मौजूद है, जहां कई सारे ट्वीट उनकी मानसिक स्थिति को बताते हैं। पुलिस कैसे कह सकती है कि यह अप्रासंगिक है। मैं (थरूर) सिर्फ यह कह रहा हूं उन्हें ये दस्तावेज के रूप में पेश करना चाहिए, जो कि मेरे पक्ष में हैं। उन्होंने ट्वीट के आधार पर निष्कर्ष निकाला, अब कह रहे हैं कि उनके पास यह नहीं है।’
थरूर के आवेदन पर 12 दिसंबर को आदेश आएगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री अभी बेल पर हैं और उनपर दिल्ली पुलिस ने आईपीसी सेक्शन 498-ए और 306 के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने आरोप लगाया है कि थरूर ने पत्नी का उत्पीड़न किया जिसकी वजह से उन्होंने खुदकुशी कर ली।
Source: National