ममता ने मुझे 'तू चीज बड़ी मस्त' भेजा: गवर्नर

कोलकाता
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। गवर्नर धनखड़ ने आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी ने उन पर अभद्र टिप्पणी की है। बुधवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए धनखड़ ने ममता को निशाने पर लिया। पहले भी दोनों के बीच विवाद सामने आते रहे हैं।

बांग्ला अखबार की खबर के साथ ट्वीट
राज्यपाल धनखड़ ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मुख्यमंत्री ने मेरे लिए कथित रूप से कहा- तू चीज बड़ी है मस्त-मस्त।’ राज्यपाल धनखड़ ने अपने ट्वीट में एक बांग्ला अखबार की खबर को साझा किया है। इस खबर में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के बारे में बात करते हुए बिना उनका नाम लिए हुए कहा, ‘तू चीज बड़ी है मस्त-मस्त।’ बता दें कि 1994 में आई एक मशहूर फिल्म मोहरा का यह गाना हिट हुआ था।

पढ़ें:

मैंने जवाब देना सही नहीं समझा: गवर्नर
राज्यपाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘अखबार में 27 नवंबर को खबर छपी। इसमें विधानसभा में का उल्लेख किया गया। सम्मानीय मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के लिए कहा तू चीज बड़ी है मस्त-मस्त। मैंने इसका जवाब देना सही नहीं समझा क्योंकि मैं उनके पद का सम्मान करता हूं।’

पढ़ें:

संविधान दिवस पर दोनों में नहीं हुई बातचीत
राज्यपाल धनखड़ ने बुधवार दोपहर एक अन्य ट्वीट में एक विडियो पोस्ट किया है, जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी संविधान दिवस पर कार्यक्रम के समापन के बाद मीडिया से बात कर रही थीं । धनखड़ ने ट्वीट में कहा, ‘मैंने कभी सम्मान देने में कोई कमी नहीं की, चाहे वह माननीय मुख्यमंत्री ही क्यों न हों। मैं उनका व्यक्तिगत रूप से काफी सम्मान करता हूं।’ भारतीय संविधान को अंगीकृत करने के 70 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित संविधान दिवस पर आयोजित विशेष सत्र के दौरान ममता और गवर्नर के बीच कोई सीधी बातचीत नहीं हुई।

ममता-धनखड़ का पुराना विवाद
इससे पहले भी ममता बनर्जी और जगदीप धनखड़ के बीच अनबन देखने को मिली है। ममता ने राज्यपाल पर टिप्पणी करते हुए कहा था, ‘मैंने राज्यपाल से कभी लड़ाई नहीं की लेकिन वह ऐसे हालात पैदा कर रहे हैं। यहां तक कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इस तरह बर्ताव नहीं किया।’ वहीं मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का स्थित एक कॉलेज के कार्यक्रम में पहुंचने के लिए राज्यपाल ने हेलिकॉप्टर की मांग की थी लेकिन ममता सरकार ने इससे इनकार कर दिया था। इसके बाद उन्हें 300 किलोमीटर की दूरी सड़क मार्ग से तय करनी पड़ी थी।

Source: National